क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेटर ऑफ़ द इयर चुने गए और साथ ही 5 अवॉर्डों के साथ सम्मानित ख़िलाड़ी क्विंटन डी कॉक ने अपने उपलब्धियों को हासिल और अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए कहा है कि वह ज्यादा से ज्यादा गलतियां करने की कोशिश करेंगे। उनका मानना है गलतियों से आप एक बेहतर क्रिकेटर बन सकते हों। यह जब मुमकिन हो सकता है कि आप अपनी गलतियों पर सुधार करना सीख जाते है। उनको दोबारा से न दोहरा पाएं तो आप एक शानदार ख़िलाड़ी बन सकते हैं। डी कॉक ने कहा, "मेरा मानना है कि मैं अभी क्रिकेट को सीख रहा हूँ और बहुत से क्रिकेटर भी यही मानते होंगे। आप मुझे मेरी गलतियों के बारे में बता सकते हैं, लेकिन मुझे लगता है जो मैंने वास्तविक में किया है, उसको मैं कैसे सुधार सकता हूँ। मैं खुद से सीखता हूँ और मुझसे एक बार ही गलती होती है। मैं कोशिश करता हूँ कि जल्द से जल्द अपने खेल को सुधार लूँ, जो मैं कर सकता हूँ। मैं चीजों को जल्दी से सीखता हूँ और मैं यह करके जरुर दिखाऊंगा।" विकेटकीपर बल्लेबाज डी कॉक ने 2016-17 सत्र में 5 से ज्यादा लगातार अर्धशतक वनडे मैचों में सलामी बल्लेबाजी करते समय लगाये हैं। साथ ही टीम को टेस्ट में मुश्किल हालातों से निकालते हुए टीम को जीत के करीब पहुँचाया है। अपने बल्लेबाजी और टीम में रोल को समझते हुए इस युवा बल्लेबाज ने कहा की आने वाले कुछ सालों में टीम के सीनियर ख़िलाड़ी क्रिकेट को छोड़ सकते हैं। उनकी जगह को अच्छे से भरने के लिए मैं अपने आप में लगातार बेहतरीन सुधार कर रहा हूँ। सीनियर खिलाड़ियों के बाद मुझे अपने आप को एक जिम्मेदार ख़िलाड़ी के रूप में देखना होगा और वह मेरे करियर का अहम पड़ाव होगा। अपनी विकेटकीपिंग के बारे में डी कॉक ने कहा कि विकेटकीपर होने का फायदा मेरी बल्लेबाजी को मिलता है। मैं एक अच्छी जगह पर होता हूँ, जहाँ से मुझे पूरा मैदान दिखता है। इसको मैं अपनी बल्लेबाजी के दौरान इस्तेमाल करता हूँ। अपनी विकेटकीपिंग के स्तर को भी मैं बढ़ाने को हर पल सोचता रहता हूँ। डी कॉक दक्षिण अफ्रीका के लिए पिछले कई सालों से उम्दा प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्होंने क्रिकेट के हर प्रारूप में अपने आप को शानदार ख़िलाड़ी साबित किया है। बल्लेबाजी के साथ वह एक शानदार विकेटकीपर भी है। आने वाले समय में वह दक्षिण अफ्रीका के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक होंगे। जून में शुरू हो रही आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज खिलाड़ियों में उनको गिना जा रहा है, उनके प्रदर्शन से दक्षिण अफ्रीका को इस चैंपियंस ट्रॉफी का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।