रविचंद्रन अश्विन के लिए वर्ष 2016 शानदार रहा है। भारत में संपन्न वर्ल्ड टी20 के बाद ऑफ़स्पिनर ने वेस्टइंडीज दौरे पर तथा न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में लाजवाब प्रदर्शन किया। अश्विन को उनकी सफलता का बड़ा उपहार भी मिला। उन्होंने सर गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी जीती और फिर वह आईसीसी क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर तथा आईसीसी टेस्ट क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर बने। तमिलनाडु के स्पिनर मौजूदा भारतीय टीम के प्रमुख खिलाड़ियों में शुमार हैं और उनमें अपने दम पर मैच जिताने की काबिलियत भी है। वह बल्ले व गेंद से शानदार प्रदर्शन करते आये हैं। स्पोर्ट360 से इंटरव्यू में अस्श्विन ने कहा कि टीम का प्रमुख खिलाड़ी बनना उनकी सफलता का मंत्र है। अश्विन ने कहा, 'मेरे ख्याल से टीम में मैं सबसे महत्वपूर्ण हूं और अपने लिए सबसे ख़ास हूं। मैं जिस भी टीम का सदस्य रहूं उसके लिए सबसे महत्वपूर्ण बनना चाहता हूं, चाहे वो लीग गेम्स या फिर रणजी ट्रॉफी, आईपीएल और भारतीय टीम हो। मुझे अपने प्रदर्शन से काफी गौरव महसूस होता है। इसलिए मेरे योगदान पर पूरा ध्यान है।' 2016 में अश्विन ने 12 टेस्ट में 23।90 की औसत से 72 विकेट लिए हैं। इस दौरान अश्विन ने 8 बार एक पारी में पांच विकेट लिए। बल्ले से भी अश्विन ने टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया। दाएं हाथ से बल्लेबाजी करने वाले अश्विन ने 14 पारियों में 43 की औसत से 612 रन बनाए। इस दौरान 4 अर्धशतक और 2 शतक भी जमाए। अश्विन ने इस वर्ष तीन वन-डे खेले जिसमें 3 विकेट तथा 17 मैचों में 23 विकेट लिए। अश्विन ने बताया कि इस वर्ष उनके लिए सबसे यादगार मैच कौनसा रहा। अश्विन के मुताबिक वेस्टइंडीज के खिलाफ एंटीगुआ में किया गया प्रदर्शन उनके लिए सबसे संतुष्टिदायक रहा। उन्होंने पहली पारी में शतक जमाया था और फिर दूसरी पारी में सात विकेट लेकर भारत को मैच जिताया था। अश्विन ने कहा, 'एंटीगुआ एक विशेष मैच रहा। मैंने पहली पारी में शतक जमाया। एक पारी में शतक जमाना और पांच विकेट लेना मेरा सपना था। पहली पारी में मुझे एक भी विकेट नहीं मिला। मुझे तब ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलती है जब लोग मेरी आलोचना करते हैं और मेरे बारे में संदेह की स्थिति में रहते हैं। और इसके बाद जब मैं दमदार प्रदर्शन करता हूं तो बहुत अच्छा लगता है। इसलिए एंटीगुआ मैच मेरे लिए काफी यादगार है।'