# पांचवां दोहरा शतक vs पाकिस्तान, रावलपिंडी (270)
राहुल द्रविड़ ने अपना आखिरी दोहरा शतक 2004 में भारत के ऐतिहासिक पाकिस्तान दौरे पर लगाया था। भारतीय टीम पांच एकदिवसीय और तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने पाकिस्तान गई थी। एकदिवसीय सीरीज में 3-2 से जीत हासिल करने के बाद भारत ने मुल्तान में खेला गया पहला टेस्ट वीरेंदर सहवाग ने शानदार तिहरे शतक की बदौलत पारी और 52 रनों से जीता था। लेकिन दूसरे टेस्ट में पाकिस्तान ने वापसी की और 9 विकेट से भारत को हराकर सीरीज को 1-1 की बराबरी पर ला दिया।
तीसरा और आखिरी टेस्ट रावलपिंडी में खेला गया और पहली पारी में पाकिस्तान महज़ 224 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। जवाब में वीरेंदर सहवाग के पहली ही गेंद पर आउट होने से भारत को झटका लगा लेकिन पहले दो टेस्ट में भारत के कप्तान रहे राहुल द्रविड़ का इस मैच में इरादा कुछ और ही था। उन्होंने अपनी शानदार बल्लेबाजी को इस ऐतिहासिक दौरे के आखिरी मैच के लिए बचाकर रखा था।
सहवाग के आउट होने के बाद द्रविड़ ने एक क्षोर संभाला और अपना पांचवां दोहरा शतक लगाया। इस दोहरे शतक के साथ उन्होंने भारत की तरफ से सबसे ज्यादा दोहरे शतक बनाने के मामले में सुनील गावस्कर को पीछे छोड़ा था। इस पारी में उन्होंने पहली बार टेस्ट क्रिकेट में 250 का आंकड़ा पार किया और उनके पास तिहरा शतक बनाने का बहुत ही बेहतरीन मौका था, लेकिन दूसरे छोर पर अंत में विकेट गिरने के कारण द्रविड़ भी तेज बल्लेबाजी के दबाव में आ गए और 270 के स्कोर पर आउट हो गए।
भारत ने उनकी इस पारी के बदौलत 600 रन बनाये और पाकिस्तान को टेस्ट में एक पारी और 131 रनों से मात देकर सीरीज पर 2-1 से कब्ज़ा कर लिया। दूसरी पारी में पाकिस्तान की टीम 245 रन बनाकर ऑल आउट हो गई थी। राहुल द्रविड़ को अपने सर्वाधिक स्कोर के लिए मैन ऑफ़ द मैच चुना गया।