भारत (India) के पूर्व तेज गेंदबाज अजित अगरकर (Ajit Agarkar) ने कहा कि बल्लेबाजी के दिग्गज राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को भारत के मुख्य कोच पद की योग्यता प्राप्त करने के लिए ऑडिशन की आवश्यकता नहीं है। श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवर सीरीज के लिए राहुल द्रविड़ को भारतीय टीम के साथ कार्यवाहक कोच के रूप में भेजा गया है। अगरकर को लगता है कि द्रविड़ में पूर्ण कोच बनने के गुण हैं।
सोनी टीवी पर बातचीत में अगरकर ने कहा कि मुझे लगता है कि राहुल को किसी ऑडिशन की जरूरत नहीं है। रवि शास्त्री विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में हार के अलावा कुछ भी गलत नहीं कर रहे हैं। अंडर-19 टीम को फायदा हुआ है, एनसीए और राज्य संघों के अन्य कोचों ने भी उनकी मदद की है।
अगरकर ने यह भी कहा कि रवि शास्त्री ने भी पिछले कुछ सालों में बतौर कोच खुद को साबित किया है। पूर्व भारतीय खिलाड़ी संजय मांजरेकर ने कहा कि मैं नहीं समझता कि राहुल द्रविड़ कोच की भूमिका के लिए होड़ में हैं।
2012 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले राहुल द्रविड़ को आज भारत की विशाल बेंच स्ट्रेंथ का श्रेय दिया जाता है। भारत की मौजूदा व्यवस्था में अधिकांश युवाओं को 48 वर्षीय द्रविड़ ने ही ने तैयार किया है।
NCA के निदेशक बनने से पहले उन्होंने 2015 से इस साल अगस्त तक भारत A और भारत U19 पुरुष टीमों के मुख्य कोच के रूप में कार्य किया। 2018 में विश्व कप जीतने वाली भारत की अंडर-19 टीम को राहुल द्रविड़ ने कोचिंग दी थी। उस टीम के कप्तान पृथ्वी शॉ और शुभमन गिल वर्तमान में सीनियर पुरुष टीम के महत्वपूर्ण सदस्य हैं।
अब श्रीलंका दौरे पर गई भारतीय टीम के साथ भी उनको कार्यवाहक कप्तान के रूप में भेजा गया है। इस टीम में ज्यादातर खिलाड़ी वही हैं जो जूनियर स्तर पर द्रविड़ की कोचिंग में खेले हैं।