राहुल द्रविड़ का मैं हमेशा शुक्रगुज़ार रहूंगा, उनसे सीखा नेतृत्व का गुर: अजिंक्य रहाणे

भारतीय मध्यक्रम के बल्लेबाज़ अजिंक्य रहाणे, जो आने वाले वेस्टइंडीज दौरे पर विराट कोहली के सार्थक होंगे, खुद को राहुल द्रविड़ का शुक्रगुज़ार बताया है। रहाणे ने अपनी लीडिंग की काबिलियत का श्रेय द्रविड़ को दिया है। वेस्टइंडीज दौरे पर अपनी तैयारियों के बारे में बात करते हुए रहाणे ने अपनी तरह तरह की रणनीतियों और चुनौतियों के बारे में बताया। रहाणे ने कहा “वेस्टइंडीज में जहां तक मैंने सुना है, कुछ ही विकेट है जहां गति और उछाल है। जमैका में अच्छा बाउन्स है, कुछ ऐसी विकेट्स भी है जहां टर्न है तो स्पिनरों को भी मदद मिलेगी। इसलिए मैं उन परिसतिथियों के अनुकूल ही तैयारी कर रहा हूँ”। "मैं रबर की गेंद से भी प्रैक्टिस कर रहा हूँ जिससे मेरे रिएक्शन और आइ-साइट कोर्डिनेशन सही रहेंगे। कभी कभी विकेट काफी सॉफ्ट होती है तो टेनिस बॉल से प्रैक्टिस करने से काफी फायदा हो सकता है। इस तरह की पिचों पर गेंद रुक कर और फंस कर आती है इसलिए रबर और टेनिस बॉल से प्रैक्टिस करने से काफी मदद मिलेगी।" : अजिंक्य रहाणे रहाणे ने अपनी बल्लेबाज़ी में सुधार का श्रेय राहुल द्रविड़ को दिया है और ये भी बताया कि जब वो आईपीएल की निलंबित टीम राजस्थान रॉयल्स के लिए एक साथ खेलते थे तो द्रविड़ से उन्हें सीखने को काफी कुछ मिलता था, साथ ही साथ इंडिया-ए और अंडर-19 के वक़्त में भी रहाणे ने द्रविड़ से टीम को लीड करने के भी काफी गुण सीखे हैं। “उन्होंने मुझे खुद को व्यक्त करने के लिए मुझमें काफी आत्मविश्वास जगया है। ना केवल मैदान पर बल्कि मैदान के बाहर भी चाहे वो टीम मीटिंग हो या फिर हम कहीं ट्रैवल कर रहे हों। उन्होंने मुझसे यहां तक कहा “तुम खुद में जो महसूस करते हो उसी को करने की कोशिश किया करो, इससे तुम्हें फायदा पहुंचेगा”: अजिंक्य रहाणे