पूर्व दिग्गज भारतीय बल्लेबाज और नेशनल क्रिकेट एकेडमी के हेड राहुल द्रविड़ ने एक बेहद ही खास अंदाज में सुरेश रैना को उनके संन्यास पर ट्रिब्यूट दिया है। एक वीडियो मैसेज के जरिए राहुल द्रविड़ ने सुरेश रैना के बारे में कई चीजें बताईं और कहा कि उन्होंने भारतीय टीम के लिए काफी मुश्किल काम अपने करियर में किए।
बीसीसीआई के अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए वीडियो में राहुल द्रविड़ ने कहा कि जब 2004/05 के दौरान युवा सुरेश रैना इंडियन सिस्टम में आ रहे थे तो उनमें एक बेहतरीन भारतीय खिलाड़ी बनने की झलक दिखती थी। 2004 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में 7 मैचों में 247 रन बनाने से लेकर उन्होंने 2011 वर्ल्ड कप और 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी की जीत में अहम भूमिका निभाई।
राहुल द्रविड़ ने आगे कहा कि भारतीय क्रिकेट खासकर सीमित ओवरों के खेल में सुरेश रैना का योगदान काफी शानदार है। उनकी एनर्जी लाजवाब थी और जिस जोश के साथ वो मैदान में उतरते थे वो काबिलेतारीफ था। सुरेश रैना ने फील्डिंग स्टैंडर्ड को काफी ऊंचा किया।
राहुल द्रविड़ ने कहा कि सुरेश रैना ने अपने करियर में भारत के लिए ज्यादातर समय निचेल क्रम में बैटिंग की और मुश्किल पोजिशन पर फील्डिंग भी की। इसके अलावा उन्होंने अहम मौकों पर शानदार गेंदबाजी भी की। उन्होंने हमेशा अपना बेस्ट दिया।
सुरेश रैना ने राहुल द्रविड़ को कहा धन्यवाद
वहीं सुरेश रैना ने इस शानदार ट्रिब्यूट के लिए राहुल द्रविड़ का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि इतने बेहतरीन शब्दों के लिए आपका धन्यवाद। बचपन से ही आप मेरे प्रेरणा के स्त्रोत रहे हैं। आपके गाइडेंस में अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत करना मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा था। मैंने अपना टेस्ट और वनडे कैप आपसे हासिल किया जो मेरे जीवन का एक बहुत ही शानदार पल है। आपने हमेशा एक अपने की तरह मेरा ख्याल किया। इस संदेश के जरिए आपने मेरा दिन बना दिया।
आपको बता दें कि सुरेश रैना ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। 15 अगस्त को एम एस धोनी के संन्यास का ऐलान करने के कुछ ही देर बाद सुरेश रैना ने भी इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
सुरेश रैना ने भारतीय टीम के लिए 226 वनडे मैच और 78 टी-20 मैच खेले हैं। इसके अलावा वह टेस्ट में भी भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। रैना ने टेस्ट में भारत के लिए 18 मैच खेले हैं। रैना ने भारतीय टीम के लिए कई यादगार पारियां खेली हैं और वह वनडे मैचों में 12 बार मैन ऑफ द मैच रहे हैं।