भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने स्कूल क्रिकेट में अपने पहले शतक को याद किया है। द्रविड़ ने बताया कि उस वक्त लोग उनका नाम भी नहीं जानते थे लेकिन जब उन्होंने स्कूल क्रिकेट में शतक लगाया तो उनका नाम पहली बार पेपर में आया।
दरअसल राहुल द्रविड़ ने इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने से पहले स्कूल क्रिकेट में काफी रन बनाए थे। कर्नाटक के सेंट जोसेफ ब्वॉयज हाई स्कूल की तरफ से खेलते हुए उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था।
मेरा नाम पेपर में गलत छाप दिया गया था - राहुल द्रविड़
राहुल द्रविड़ के मुताबिक जब न्यूज पेपर में उनका नाम आया तो उसमें राहुल द्रविड़ की जगह राहुल डेविड लिख दिया गया। तब उन्हें ये एहसास हुआ कि अभी लोग उनके बारे में नहीं जानते हैं।
ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट अभिनव बिंद्रा के पोडकास्ट पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा 'न्यूजपेपर के एडिटर को लगा कि स्पेलिंग मिस्टेक हुई है और द्रविड़ जैसा सरनेम कुछ नहीं होता है और शायद ये डेविड होगा। क्योंकि ये काफी कॉमन नेम है। मेरे हिसाब से ये मेरे लिए काफी बड़ी सीख थी कि भले ही मैं स्कूल क्रिकेट में शतक लगाकर काफी खुश हूं लेकिन लोग अभी भी मेरे बारे में नहीं जानते हैं। लोगों को मेरा नाम तक नहीं पता था। उन्हें मेरे सही नाम पर भी भरोसा नहीं था और उसे उन्होंने चेंज कर दिया।''
आपको बता दें कि राहुल द्रविड़ ने कर्नाटक की तरफ से अंडर-15, अंडर-17 और अंडर-19 लेवल पर हिस्सा लिया और इसके बाद टीम के लिए रणजी ट्रॉफी भी खेला। उन्होंने 1996 में भारत के लिए अपना डेब्यू किया था। उन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर में 24 हजार से ज्यादा रन बनाए और इस दौरान कुल मिलाकर 48 शतक लगाए। इस वक्त वो इंडियन नेशनल टीम के हेड कोच हैं।