पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ का मानना है कि टी20 क्रिकेट ने अपनी जटिलता खुद स्थापित की है जिसे आम प्रशंसक समझ नहीं सकता। द्रविड़ ने क्रिकइंफो से बातचीत में कहा, 'आईपीएल टीमों के बीच कुछ बातचीत हुई थी, यह बातें बाहर नहीं होती। यह बातें टीवी स्टूडियोज में नहीं होती क्योंकि मैं उसमें रह चुका हूं, मुझे पता है। टी20 मैच के समय टीम और उनके आस-पास के माहौल में जो बातें होती है, वो बाहर कही नहीं होती जो फटाफट क्रिकेट को विचित्र बनाता है।' द्रविड़ ने आगे कहा, 'मैंने यह नहीं कहा कि बहार बैठे लोगों को इसका ज्ञान नहीं है, लेकिन मेरा मानना है कि इतना ज्ञान नहीं है और कुछ लोग टिप्पणी करते हैं कि उसने ऐसा क्यों किया? उसने वो क्यों किया? वो भी खेल की परिस्थिति को बिना समझे कि अंदर क्या चल रहा है। आईपीएल की दिल्ली डेयरडेविल्स और भारतीय ए टीम के कोच का मानना है कि टी20 टीम में पर्याप्त संतुलन बनाए रखने के लिए बहुत शोध की जरुरत है। उन्होंने कहा, 'बहुत शोध की जरुरत है। तीन या चार वर्ष पहले जैसा था उससे कही अधिक भारतीय घरेलू प्रतिभाओं के बारे में जानकारी रखना होगी। अचानक ही सभी ने युवा भारतीय प्रतिभाओं को जोड़ने का फैसला लिया और हर टीम नीलामी के समय पूरी तैयारी के साथ आती है। भारतीय युवा प्रतिभा के बारे में आपने कम ही सुना होगा कि उसके बारे में ज्यादा लोगों ने नहीं सुना है या उसे बहुत ही सस्ते दामों में खरीदा गया है।'