ग्लेन मैक्ग्रा का सामना करने में सबसे ज्यादा कठिनाई हुई : राहुल द्रविड़

इसमें कोई संदेह नहीं कि राहुल द्रविड़ भारत के लिए बल्ले से बहुत ही करिश्माई प्रदर्शन कर चुके हैं। उन्हें 'द वॉल' की ख्याति इसीलिए मिली थी क्योंकि उनके जैसी रक्षात्मक शैली शायद किसी अन्य बल्लेबाज के पास नहीं थी। वह डिफेंस करके गेंदबाज के हौसले को तोड़ने के लिए काफी लोकप्रिय रहे। राहुल द्रविड़ को खेल के साथ ही शानदार व्यक्तित्व के लिए भी जाना जाता है। संन्यास लेने के बाद द्रविड़ की पहचान देश के युवा क्रिकेटरों को तलाशने और उन्हें निखारने की बन गई। हाल ही में मुंबई में एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए द्रविड़ ने बताया कि एक ऐसा गेंदबाज भी था, जिसका सामना करने में उन्हें काफी मुश्किल होती थी। द्रविड़ ने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा का सामना करने में हमेशा मुझे कठिनाई होती थी। हमारी पीढ़ी में ऑस्ट्रेलिया सर्वश्रेष्ठ टीम थी। उन सब के बीच में मुझे सबसे ज्यादा कठिनाई ऑस्ट्रेलिया ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व के महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा का सामना करने में होती थी।' द्रविड़ ने मैक्ग्रा की तारीफ करते हुए कहा, 'वह शानदार थे, ऑफ़स्टंप को लेकर मेरे ज्ञान को और किसी गेंदबाज ने इतनी चुनौती नहीं दी, जितनी मैक्ग्रा ने दी। वह आपको कुछ भी हासिल नहीं करने देना चाहते थे। कई बार जब वह सुबह या आखिरी सत्र में गेंदबाजी कर रहे होते थे तो आपको शॉट खेलने के लिए जरा भी जगह नहीं देते थे। उनके लिए सटीक लाइन सबकुछ थी।' मैक्ग्रा के बारे में द्रविड़ ने आगे कहा, 'वह क्रिकेट बॉल के साथ बहुत ही घातक हो जाते थे क्योंकि वह आपको कुछ देना नहीं चाहते। वह ऐसे गेंदबाज थे, जिसके सामने आप बल्लेबाजी करते समय सोचते थे कि एक रन कैसे बनाया जाए और अतिरिक्त रन कैसे जुटाए जाएं। उनका गेंद पर नियंत्रण शानदार था। उनके पास अच्छी गति और उछाल था, लेकिन खेल के प्रति उनकी समझ लाजवाब थी। मैक्ग्रा संभवतः सबसे शानदार तेज गेंदबाज थे, जिसके खिलाफ मैं खेला।'

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