'द वॉल' के नाम से मशहूर दिग्गज क्रिकेटर राहुल द्रविड़ ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में दिल्ली डेयरडेविल्स का साथ छोड़ दिया है। अब अगले दो साल तक वो भारत-ए और भारत की अंडर-19 टीम के कोच बने रहेंगे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार को यह ऐलान किया।
राहुल द्रविड़ के अनुशासन और उनकी प्रतिबद्धता की तारीफ करते हुए संस्था ने कहा कि पिछले दो साल में द्रविड़ ने कई युवा प्रतिभाओं की खोज की है। बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय टीमों को तैयार करने की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए द्रविड़ ने दिल्ली की टीम को अलविदा कह दिया। इससे पहले खबरें आई थी कि राहुल बीसीसीआई के साथ एक साल के लिए अपना कार्यकाल बढ़ा सकते हैं, लेकिन शुक्रवार को बीसीसीआई ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी कि राहुल का कार्यकाल दो सालों के लिए बढ़ा दिया गया है। द्रविड़ ने 2016 में बांग्लादेश में खेले गए आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप में टीम को फाइनल तक पहुंचने में मदद की थी। बीसीसीआई की सीएसी के सदस्य सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की सलाह पर राहुल द्रविड़ का कार्यकाल दो सालों तक बढ़ा दिया गया है। राहुल द्रविड़ को 2015 में पहली बार दोनों टीमों के कोच पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इस दौरान उनका प्रदर्शन अच्छा रहा। कोच के तौर पर उनकी पहली परीक्षा ऑस्ट्रेलिया में हुई त्रिकोणीय सीरीज थी जो इंडिया ए ने जीती। इसके बाद अंडर-19 टीम पिछले साल आयोजित हुए विश्व कप टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची जहां उसे वेस्टइंडीज ने हराया। राहुल द्रविड़ को अपनी मजबूत बल्लेबाजी के लिए द वाल यानी दीवार कहा जाता था। इस दिग्गज क्रिकेटर ने 344 वनडे मैचों में 10889 रन बनाए हैं। राहुल द्रविड़ का नाम पिछले साल भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के तौर पर भी चल रहा था, पर उन्होंने भारतीय क्रिकेट की जड़ों की ओर लौटने की बात कहते हुए कहा था कि वो भारतीय टीम के भविष्य को ध्यान में रखते हुए युवा खिलाड़ियों पर ध्यान देंगे।