श्रीलंका और ज़िम्बाब्वे के बीच हरारे में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन की शुरुआत श्रीलंकाई टीम के लिए बेहद खराब रही। श्रीलंका के तीसरे दिन के खेल ख़त्म होने तक 5 रन बना लिए थे और चौथे दिन का खेल उन्होंने उसके आगे से शुरू किया। क्रीज़ पर करुनारत्ने और सिल्वा बल्लेबाज़ी कर रहे थे पर जब टीम का स्कोर 17 रन था तब मुम्बा की एक शानदार गेंद पर सिल्वा बोल्ड हो गए और मात्र 7 रन पर उन्हें पवेलियन लौटना पड़ा। इसके बाद परेरा ने करुनारत्ने के साथ मिलकर पारी को संभाला और स्कोर को 50 रन के पार पहुँचाया। पर टीम जब 72 रन के स्कोर पर थी तो परेरा एक गन्दा शॉट खेल 17 रन पर वॉलर का शिकार हो गये। दूसरी विकेट के लिए इन दोनों बल्लेबाजों ने 64 गेंदों पर 50 रनों की साझेदारी कर ली थी। परेरा के बाद मेंडिस ने पारी को संभाला और स्कोर को 31वें ओवर में 100 के पार पहुँचाया। श्रीलंका का तीसरा विकेट मेंडिस के रूप में 111 रन पर गिराऔर मेंडिस 19 रन बनाकर वापस लौट गये। लंच तक श्रीलंका ने तीन विकेट खोकर 111 रन बना लिए थे। लंच के बाद उपुल थरंगा भी ज्यादा देर टिक नहीं पाए और एक रन बनाकर वापस लौट गये। इसके बाद डी सिल्वा ने करुनारत्ने के साथ मिलकर पारी को संभाला और स्कोर को 150 के पार पहुँचाया। ड्रिंक्स तक श्रीलंका का स्कोर 44 ओवरों में 164/4 था। पांचवें विकेट के लिए इन दोनों बल्लेबाजों ने 77 गेंदों पर अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की और इसके तुरंत बाद ही करुनारत्ने ने 162 गेंदों पर अपना शतक भी पूरा किया। श्रीलंका को छटा झटका करुनारत्ने के रूप में लगा जब मपोफू की एक गेंद पर वो उन्हें आसां सा कैच थमा बैठे। करुनारत्ने ने आउट होने से पहले 110 रन बना लिए थे। श्रीलंका का स्कोर 247/6 था जब बारिश ने मैच में खलल डाली और खेल को रोकना पड़ा। उस समय क्रीज़ पर गुणारत्ने (16) और के परेरा (1) रन बना कर खेल रहे थे। अब तक के श्रीलंका ने जिम्बावे पर कुल 411 रनों की विशाल बढ़त बना ली थी। बारिश की वजह से दिन के खेल को रद्ध कर दिया गया और दिन के खेल ख़त्म होने तक श्रीलंका ने 411 रनों की विशाल बढ़त बना ली है। 537 (थरंगा 110*, असेला गुनारत्ने 54) ज़िम्बाब्वे: पहली पारी 373/10 (क्रीमर 102*, लकमल 69/3 ) श्रीलंका: दूसरी पारी 247/6 (करुनारत्ने 110, मुम्बा 50/4)