2008 में हुए पहले आईपीएल की चैंपियन राजस्थान रॉयल्स की टीम अगले सीजन में नए नाम से मैदान पर नजर आ सकती है। राजस्थान रॉयल्स ने BCCI से 2018 आईपीएल से पहले अपनी टीम का नाम बदलने का आग्रह किया है। BCCI के एक अधिकारी ने बताया कि' उन्होंने सिर्फ रिक्वेस्ट किया है लेकिन कोई वजह नहीं बताई है कि क्यों वो नाम बदलना चाहते हैं। आपको बता दें भ्रष्टाचार के मसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त किए गए एक पैनल ने साल 2015 में राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स की टीम को 2 साल के लिए निलंबित कर दिया था। राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा और चेन्नई सुपर किंग्स के मालिक गुरुनाथ मयप्पन को भी दोषी पाया गया। इसके बाद कुंद्रा और मयप्पन पर क्रिकेट की किसी भी गतिविधि में शामिल होने के लिए आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया। 2 साल के बैन के बाद राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स की टीम 2018 के आईपीएल सीजन से वापसी को तैयार है। एक रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान रॉयल्स ने कमबैक से पहले कुछ चीजों को लेकर आग्रह किया है। जिसमें अपने बेस को जयपुर से कहीं और शिफ्ट करने की रिक्वेस्ट की है। हालांकि हाल ही में ललित मोदी ने राजस्थान क्रिकेट से अपना नाता तोड़ लिया है ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि बीसीसीआई राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन से बैन हटा सकती है। इससे राजस्थान क्रिकेट में चीजें फिर से सामान्य होने की उम्मीद है। अगले आईपीएल सीजन में भी 8 टीमें ही खेलेंगीं। राइजिंग पुणे सूपरजाएंट्स और गुजरात लॉयंस का टर्म सिर्फ 2 साल के लिए था। इनकी जगह राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स की टीम लेगी। स्पॉट फिक्सिंग के पूरे प्रकरण से राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स पर काफी असर पड़ा। इससे इंडियन प्रीमियर लीग की छवि भी खराब हुई। ऐसे में जब दोनों टीमें अगले सीजन से वापसी कर रहीं हैं तो उम्मीद है कि सब कुछ पीछे छोड़ते हुए ये नए सिरे से अच्छी शुरुआत करेंगीं। शायद यही वजह है कि राजस्थान रॉयल्स अपना नाम बदलना चाहती है ताकि वो सब कुछ फिर से नया शुरु कर सकें। जहां तक चेन्नई सुपर किंग्स की बात है तो नाम बदलने से उनके फैंस पर कोई असर नहीं पड़ेगा। चेन्नई के काफी ज्यादा प्रशंसक हैं जो कि उनको हर हाल में सपोर्ट करते हैं।