विश्वकप हारने के बाद ड्रेसिंग रूम में हम सभी 2 घंटे तक भावुक रहे थे : राजेश्वरी गायकवाड़

Rahul

भारतीय महिला टीम ने इस साल हुए महिला विश्वकप में फाइनल तक सफ़र तय कर भारत देश का नाम महिला क्रिकेट में भी सबसे ऊपर पहुंचा दिया था। हालांकी भारतीय महिला क्रिकेट टीम को फ़ाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 9 रनों से हार का सामना करना पड़ा हो लेकिन देश की लड़कियों ने क्रिकेट के मैदान में अपना दमखम बखुबी दिखाया था। भारतीय महिला टीम के लिए सभी खिलाड़ियों ने मिलकर एक टीम की तरह से विश्वकप में शानदार प्रदर्शन किया। बल्लेबाजी में कप्तान मिताली राज, पूनम राउत, हरमनप्रीत कौर और गेंदबाजी में झूलन गोस्वामी, दीप्ती शर्मा, पूनम यादव और राजेश्वरी गायकवाड़ ने उम्दा प्रदर्शन कर सभी दर्शकों का दिल जीता था।

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाज राजेश्वरी गायकवाड़ हाल ही में संपन्न हुई कर्नाटक प्रीमियर लीग में मुख्य अथिति के रूप में मैच देखने गई। वहां उन्होंने विश्वकप फाइनल के आखिरी लम्हों को सबके साथ साझा करते हुए कहा कि जब मैं बल्लेबाजी करने गई, तो टीम को 11 गेंदों पर 11 रनों की जरूरत थी। मेरे साथ पूनम यादव मैदान पर थी। जब उनका कैच इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने छोड़ा तो मुझे भी सामना करने से थोड़ा बहुत डर लगने लगा था। मैंने मैच की अपनी पहली गेंद ही खेली, उसी पर मैं आउट हो गई और हम विश्व कप हार गए थे। चौथा विकेट गिरने से पहले हम मैच में आसानी से बने हुए थे लेकिन टीम के ऊपर दबाव आने पर एक के बाद एक विकेट गिरते चले गये और विश्वकप भी हमारे हाथों से निकल गया।

गायकवाड़ ने विश्वकप हारने के बाद जब भारतीय टीम ड्रेसिंग रूम में गई, तो उस समय का माहौल बताते हुए कहा कि हम सभी मैदान में अपनी हार की भावनाओं को कैमरे होने के चलते दबाये हुए थे लेकिन जैसे ही सभी ख़िलाड़ी ड्रेसिंग रूम में आयें, तो सभी की आखों में से आसूं आ रहे थे। अगले 2 घंटे तक किसी ने किसी भी ख़िलाड़ी से बात तक नहीं की थी। हमारे कोच तुषार अरोठे हम सबके पास जाकर हमारी हार को नजरअंदाज करने के लिए बोल रहे थे साथ ही हमें पूरा टूर्नामेंट में अच्छा क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित कर रहे थे। यह विश्वकप हमारे लिए और टीम की सीनियर ख़िलाड़ी मिताली दी और झूलन दीदी के लिए जीतना जरुरी था क्योंकि यह उनका आखिरी विश्व कप था लेकिन ऐसा हुआ नहीं।

इंग्लैंड में खेले गए महिला विश्वकप में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया था। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ ग्रुप स्टेज मुकाबले में, जो नॉकआउट मैच के बराबर था। उसमें राजेश्वरी गायकवाड़ ने भारतीय टीम को अपने अकेले दम पर मैच जीता कर सेमीफाइनल तक पहुँचाया, जहाँ से भारत ने ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में हराकर फ़ाइनल का रास्ता तय किया था। गायकवाड़ ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 15 रन देकर 5 विकेट हासिल किये थे। गायकवाड़ के द्वारा फाइनल में मिली हार के बाद भारतीय महिला टीम की तश्वीर पेश करना काफी सरहानीय रहा। भारतीय महिला टीम के प्रदर्शन से पुरे देशवासियों ने अपने आप को गर्वित महसूस किया है।