विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा (Rajkumar Sharma) का मानना है कि क्रिकेट में अम्पायर कॉल नियम को खत्म कर दिया जाना चाहिए। शर्मा के अनुसार, अंपायर कॉल के मामले में इस्तेमाल की जाने वाली प्रक्रिया अनुकूल नहीं है और इससे केवल अनावश्यक विवाद होते रहते हैं। इस नियम को लेकर पिछले कुछ सालों से क्रिकेट जगत में बहस चल रही है। इस मुद्दे पर भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली सहित कई क्रिकेटरों ने अपनी आपत्ति जाहिर की है।
खेलनीति पॉडकास्ट पर अम्पायर कॉल हटाने की का सुझाव देते हुए राजकुमार शर्मा ने कहा,
अम्पायर कॉल बहुत कॉम्प्लिकेटेड रहता है और इस पर कोई स्पष्टता भी नहीं है। डीआरएस निश्चित रूप से यह नहीं बता सकता कि कौन सी गेंद स्टंप्स पर लगेगी। जब तक हम डिलीवरी के इम्पैक्ट में नहीं आते, चीजें वास्तव में मैनुअल होती हैं। यह गलत है, क्योंकि अगर डीआरएस इसे गलत तरीके से पिच करता है, तो अम्पायर कॉल बदल जाती है।
इस चीज के ऊपर आपत्ति जताते हुए उन्होंने कहा,
डीआरएस 100 प्रतिशत सटीक नहीं है और इस तकनीक में सुधार करने की जरूरत है। अंपायर कॉल को लेकर कई बार विवाद भी हो चुके हैं। मुझे यकीन है कि आने वाले समय में इसे हटा दिया जाएगा और निश्चित रूप से इसे हटा देना ही सही रहेगा।
नहीं लगता हम इसमें किसी तरह के बदलाव की उम्मीद कर सकते हैं - सबा करीम
पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज सबा करीम के अनुसार अम्पायर कॉल के साथ कुछ मुद्दे हैं, इसका इस्तेमाल बेहतर सिस्टम मिलने तक किया जाता रहेगा। यह प्रक्रिया कैसे काम करती है इसके बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा,
कई लोगों को इसकी जटिलता के बारे में पता नहीं है। अम्पायर कॉल में बहुत कुछ संभावना पर निर्भर करता है। यदि 50 प्रतिशत से अधिक गेंद स्टंप्स पर लग रही हो तो यह अंपायर कॉल नहीं है और इसे आउट करार दिया जाता है। यह तब आता है जब गेंद के स्टंप्स से टकराने की संभावना 50 प्रतिशत से कम हो। पैड और विकेट के बीच की दूरी के कारण इस प्रक्रिया को फॉलो किया जा रहा है।
क्रिकेट से तकनीक के खत्म होने की संभावना पर करीम ने कहा,
इसके बारे में बहुत कुछ कहा जा रहा है। लेकिन जब तक हमारे पास कैलकुलेशन का एक निश्चित तरीका नहीं है, जो हमें बताता है कि गेंद निश्चित रूप से स्टंप्स पर लगेगी, मुझे नहीं लगता कि हम इसमें किसी बदलाव की उम्मीद करनी चाहिए।