विराट कोहली (Virat Kohli) के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा ने बीसीसीआई के रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि भारत के पास तेज गेंदबाजों की कमी है। टीम के पास पिछले साल तक 8-10 बेहतरीन तेज गेंदबाज थे लेकिन अब वो या तो इंजरी का शिकार हैं या फिर उन्हें फिटनेस की कोई और समस्या है।
ऑकलैंड में खेले गए तीन मैचों की सीरीज के पहले वनडे मुकाबले में न्यूजीलैंड ने भारत को 7 विकेट से हरा दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने 50 ओवरों में 306/7 का स्कोर बनाया, जवाब में कीवी टीम ने 48वें ओवर में 309/3 का स्कोर बनाते हुए जीत दर्ज की।
भारतीय टीम के लिए गेंदबाजी एक बार फिर सबसे बड़ी समस्या बनकर उभरी। भारत के पास ऐसे तेज गेंदबाजों की कमी दिखी जो विकेट निकाल सकें। केवल उमरान मलिक ही दो विकेट ले पाए। शार्दुल ठाकुर और अर्शदीप सिंह काफी महंगे साबित हुए।
बीसीसीआई का रिहैबिलिटेशन सही से काम नहीं कर रहा है - राजकुमार शर्मा
राजकुमार शर्मा ने बीसीसीआई के रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम पर सवाल उठाए। इंडिया न्यूज पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा,
वो तेज गेंदबाज कहां गए जो पिछले साल तक 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे थे ? हमने उनको क्यों नहीं बचाकर रखा और उन्हें रोटेट किया ? हमने उनको अच्छी तरह क्यों मैनेज नहीं किया ? ऐसा नहीं है कि वो भारत से चले गए हैं। वो अभी भी यहीं पर हैं लेकिन इंजरी का शिकार हैं। हमारा रिहैब काम क्यों नहीं कर रहा ? अचानक हम फास्ट बॉलर्स की तलाश क्यों करने लगते हैं।
आपको बता दें कि भारतीय टीम के कई ऐसे गेंदबाज हैं जो या तो टीम से बाहर चल रहे हैं या फिर इंजरी का शिकार हैं। जसप्रीत बुमराह लंबे समय से बाहर चल रहे हैं। वो टी20 वर्ल्ड कप भी नहीं खेल पाए थे।