भारतीय टीम के ओपनर मुरली विजय और ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए रांची में गुरुवार से शुरू हुआ तीसरा टेस्ट यादगार बन गया है। ऑस्ट्रेलिया के लिए यह ऐतिहासिक टेस्ट बना क्योंकि वह अपना 800वां टेस्ट खेल रही है। ऑस्ट्रेलिया से अधिक सिर्फ इंग्लैंड (983) ने ही टेस्ट खेले है, लेकिन मजेदार बात यह है कि कंगारू टीम जीत के मामले में काफी आगे है। ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड की तुलना में 26 अधिक टेस्ट जीत दर्ज की है। 140 साल के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में यह दूसरा मौका है जब किसी देश ने 800 टेस्ट मैच खेले। ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न में 15 मार्च 1877 को पहला टेस्ट मैच खेला था। इन 140 वर्षों में ऑस्ट्रेलिया का यह 800वां टेस्ट मैच होगा। इंग्लैंड ने नवंबर 2002 में अपना 800वां मैच खेला था, जब वह ब्रिस्बेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उतरा था। ऑस्ट्रेलियाई टीम अभी तक 799 टेस्ट मैच खेल चुकी है। ऑस्ट्रेलिया ने 377 टेस्ट में जीत हासिल की जबकि 214 मैचों में उसे हार सहनी पड़ी। उसके 206 टेस्ट ड्रॉ रहे और 2 मैच टाई भी हुए। यह भी पढ़ें : INDvAUS Live : रांची टेस्ट का पहला सत्र भारत के नाम, ऑस्ट्रेलिया के तीन विकेट झटके वहीं मुरली विजय चोट से उबरकर धोनी के गृहनगर रांची में अपने करियर का 50वां टेस्ट मैच खेल रहे हैं। विजय कंधे की चोट के चलते बैंगलोर टेस्ट में नहीं खेल पाए थे और उनकी जगह अभिनव मुकुंद को मौका मिला था। मुकुंद उस मौके का लाभ नहीं उठा पाए थे जिसके चलते विजय की टीम में वापसी हुई। 32 वर्षीय विजय अभी तक 49 टेस्ट मैचों में 39.84 की औसत से 3307 रन बना चुके हैं। इसमें 9 शतक और 14 अर्धशतक शामिल है। विजय ने नागपुर में नवंबर 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। ऑस्ट्रेलिया दुनिया की सबसे मजबूत टीमों में से एक है, लेकिन विजय का इसी टीम के खिलाफ प्रदर्शन शानदार रहा है। विजय ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अभी तक 4 शतक और 5 अर्धशतक ठोंके है। उन्होंने अपना पहला टेस्ट शतक भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही लगाया था। मैच से पूर्व विजय ने कहा था, 'यह शानदार यात्रा रही। मुझे अपने देश की तरफ से 50 टेस्ट मैच खेलने पर गर्व है। शुरू में मैंने कल्पना भी नहीं की थी कि इतने टेस्ट मैच खेल पाऊंगा।'