रंगना हेराथ को ज़िम्बाब्वे दौरे पर होने वाली दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए श्रीलंकाई कप्तान बनाया गया है। हेराथ को मौजूदा कप्तान एंजेलो मैथ्युज़ की जगह पर टीम की कमान सौंपी गई है। खबर है कि एंजेलो मैथ्युज़ को काफ इंजरी के कारण इस दौरे से बाहर होना पड़ा जिसकी वजह से हेराथ को टीम की कमान सौंपी गई है। इसी के साथ-साथ 38 वर्षीय हेराथ दूसरे ऐसे श्रीलंकाई खिलाड़ी होंगे जो इतनी ज्यादा उम्र में टीम की कमान संभालेंगे। इससे पहले ये कारनामा सोमचंद्रा डी सिल्वा ने किया था जब उन्होंने साल 1983 में श्रीलंका टेस्ट टीम की कमान संभाली थी। इसमें कोई शक नहीं कि दायें हाथ का ये गेंदबाज़ मौजूदा श्रीलंकाई टीम का सबसे अनुभवी खिलाड़ी है और शायद यही वजह भी है कि हेराथ को टीम की कप्तानी सौंपी गई है। मौजूदा कप्तान एंजेलो मैथ्युज़ के टीम में ना होने के बाद नियम अनुसार टीम के उपकप्तान को ये ज़िम्मेदारी दी जा सकती थी, पर टीम के उपकप्तान दिनेश चंडीमल भी अंगूठे की चोट के कारण दौरे से बाहर हो गए हैं इसलिए ज़िम्बाब्वे दौरे के लिए हेराथ को टीम के कप्तान की भूमिका दी गई है। एंजेलो मैथ्युज़ की जगह टीम में दायें के के बल्लेबाज़ उपुल थरंगा को टीम में शामिल किया गया है। देखा जाए तो इस टीम में सुरंगा लक्मल के साथ-साथ तेज़ गेंदबाज़ के रूप में तीन और नए चेहरों को भी शामिल किया गया है। माना ये भी जा रहा है कि अनुभवी स्पिनर रंगना हेराथ की मौजूदगी में इन तीन नए गेंदबाजों को काफी मदद भी मिलेगी और काफी कुछ सीखने को मिलेगा। दिलचस्प बात ये है कि हेराथ डी सिल्वा के बाद टेस्ट टीम की कमान संभालने वाले दूसरे गेंदबाज़ भी होंगे। हेराथ ने अबतक खेले गए अपने टेस्ट करियर में 73 टेस्ट मैच में 28.71 के औसत से 332 विकेट हासिल किये हैं, जिसमें 26 पांच विकेट हॉल और 6 दस विकेट हॉल भी शामिल हैं जो अपने आपमें एक बड़ा कीर्तिमान है। अब बस देखना ये है कि रंगना की कप्तानी में श्रीलंकाई टीम ज़िम्बाब्वे पर 2-0 से जीत हासिल कर सकती है या नहीं?