जनवरी 2016 में आशुतोष सिंह ने मध्य प्रदेश के लिए असम के खिलाफ सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया | उन्होंने गेंदबाजी में 3 ओवर में 12 रन देकर 1 विकेट चटकाए | जब वो बल्लेबाजी के लिए उतरे तो आपसी तालमेल की कमी की वजह से महज 8 रन बनाकर रन आउट हो गए | हालांकि जब छत्तीसगढ़ के लिए उन्होंने अपना रणजी डेब्यू किया तो पहले ही मैच में शानदार शतक लगाया | उन्होंने त्रिपुरा के खिलाफ झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के मैदान रांची में दूसरे दिन 140 रन बनाए | उनके शतक की वजह से उनकी टीम मजबूत परिस्थिति में थी | वो ऐसे समय बल्लेबाजी के लिए उतरे जब छत्तीसगढ़ की टीम महज 6 रन पर 2 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी | उन्होंने ऋषभ तिवारी और मोहम्मद कैफ के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया | तिवारी जहां पहले ही दिन आउट हो गए वहीं कैफ और मंडल दूसरे दिन के पहले सेशन में आउट हो गए | लंच तक छत्तीसगढ़ ने अपना एक और विकेट गंवा दिया | चाय काल तक आशुतोष 91 रनों पर खेल रहे थे , बारिश की वजह से रुकावट के बाद जैसे ही खेल शुरु हुआ छत्तीसगढ़ के 3 और बल्लेबाज शकीब अहमद, सुमित रुईकर और प्रतीक सिन्हा भी आउट हो गए | 212 रनों पर छत्तीसगढ़ की टीम अपने 9 विकेट गंवा चुकी थी, ऐसे में सबको लगा कि क्या आशुतोष अपना शतक पूरा कर पाएंगे, लेकिन आशुतोष ने फाइन लेग पर फ्लिक करके 233 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया | आशुतोष के बचपन का सपना पूरा हुआ | अपने पहले रणजी मैच में शतक लगाने के बाद उन्होंने जमकर जश्न बनाया |