रणजी ट्रॉफी में A ग्रुप में बंगाल और पंजाब के बीच खेले गए मैच में अमित कुईला ने शानदार स्पेल डालकर अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया | खड़गपुर के इस 21 साल के गेंदबाज ने 44 रन देकर 3 विकेट लिए, जिससे स्टंप के समय पंजाब का स्कोर 4 विकेट पर 168 रन हो गया | अमित के लिए ये किसी सपने के सच होने जैसा था, क्योंकि प्रथम श्रेणी क्रिकेट तक पहुंचने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा | अमित के पिता एक सीमेंट फैक्ट्री में काम करते थे लेकिन राजनीतिक कारणों की वजह से कुछ साल पहले उनकी नौकरी चली गई | लेकिन अमित के दृढ़ इरादों ने दम नहीं तोड़ा और वो रणजी मैच तक पहुंचकर ही रहे | छत्तीसगढ़ के खिलाफ अंडर-23 क्रिकेट में शानदार बॉलिंग प्रदर्शन के बाद उन्हें एमआरएफ पेस फाउंडेशन भेजा गया, जहां उनकी प्रतिभा में और निखार आया | लेकिन उसके बाद चोट की वजह से वो एक साल तक क्रिकेट से दूर रहे | हालांकि KSCA टूर्नामेंट में शानदार बॉलिंग प्रदर्शन के बाद उन्हें रणजी टीम में चुन लिया गया | कुइला को अपने डेब्यू रणजी मैच की पहली ही गेंद पर विकेट मिला |