# 7 अभिषेक रमन, बंगाल

बंगाल की अंडर -16 और अंडर -22 टीमों की खोज, बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज अभिषेक रमन ने हिमाचल प्रदेश के खिलाफ 176 रनों की पारी खेली और पंजाब के खिलाफ 155 रनों की पारी खेली। एक और शतक से वह चूक गये जब छत्तीसगढ़ के खिलाफ 94 पर आउट हो गये। उनके सत्र का उच्चतम स्कोर 176, तेज गेंदबाजी के अनुकूल ईडन गार्डन्स पर आया जहां उन्होंने चौथे विकेट के लिए अपने कप्तान मनोज तिवारी के साथ 163 रन बनाए थे। एक अन्य पारी में हरभजन सिंह जैसे बड़े नामों से सजी मेजबान पंजाब की टीम के खिलाफ 155 की पारी खेल सबका ध्यान अपनी ओर खींचा ही साथ ही बंगाल को पारी की जीत दिलायी। हालांकि, आलोचक यह दावा कर सकते है कि रमन ने टूर्नामेंट में कई शुरुआत बरबाद की है। जब वह 27, 33 और 36 के स्कोर पर आउट हुए हैं, लेकिन इतना तो तय है कि 24 साल की उम्र में जो प्रदर्शन बंगाल के इस खिलाड़ी ने किया है, उससे बंगाल के लिये आने वाले सत्रों में एक अच्छा सलामी बल्लेबाज तैयार हो चुका है।
# 8 स्वपनिल सिंह, बड़ौदा
6 मैचों में 62.78 की औसत से 565 रन और 25.50 की औसत से 20 विकेटस्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर स्वपनिल सिंह सिंह का प्रथम श्रेणी बल्लेबाजी रिकॉर्ड साधारण प्रतीत होता है जब आप उनके 69 परियों में 2 शतक के साथ 28 की औसत को देखते हैं। जब वह केवल 14 वर्ष के थे, तब रणजी ट्राफी में उनका करियर शुरू हुआ। लेकिन लगभग 12 साल तक टीम के साथ उनका प्रदर्शन मिला जुला रहा। आखिरकार इस सत्र में उनके प्रदर्शन में निरंतरता आयी जब उन्होंने 2 शतक और 2 अर्धशतक के साथ कुल 565 रन बनाये। बड़ौदा ने इस बार निराशाजनक प्रदर्शन किया और 6 ग्रुप मैचों में केवल एक जीत के साथ चौथे स्थान पर रहा, लेकिन 26 वर्षीय स्वप्निल, विष्णु सोलंकी और आदित्य वाघमोडे के साथ अच्छे रन बनाने में सफल रहे। उन्होंने 164 का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रथम श्रेणी स्कोर बनाया और 20.50 की औसत और 2.27 रन प्रति ओवर की इकॉनमी से 20 विकेट भी हासिल किए।