रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) का खिताब भले ही मध्य प्रदेश की टीम ने हासिल किया हो लेकिन मुंबई के बल्लेबाज सरफराज खान (Sarfaraz Khan) मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे। वह सबसे लगातार बेहतरीन फॉर्म में रहे। इस वजह से उनको प्लेयर ऑफ़ द सीरीज चुना गया। इसके बाद उन्होंने प्रतिक्रिया दी है।
सरफराज खान ने अपने प्लेयर ऑफ़ द सीरीज को लेकर कहा कि इसका क्रेडिट मेरे पिता को जाता है। मैं विकेट पर टिके रहने और रन बनाने की पूरी कोशिश कर रहा हूं। मैं ज्यादा से ज्यादा मैच खेलने की कोशिश करता हूं और मैदान पर रहकर उसी तरह से तैयारी करता हूं। आप सभी जानते हैं कि मेरा रोलर-कोस्टर सफर रहा है। अगर पापा नहीं होते तो मैं यहां नहीं होता। जब हमारे पास कुछ नहीं था तो मैं अपने पिता के साथ ट्रेनों में सफर करता था। जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया, तो मैंने रणजी ट्रॉफी में मुंबई के लिए शतक बनाने का सपना देखा था और वो पूरा हो गया।
सरफराज ने यह भी कहा कि रणजी फाइनल में टीम को जरूरत के समय शतक बनाने का मेरा सपना था। इसलिए मैं अपने शतक के बाद भावुक हो गया और मेरी आंखों में आंसू आ गए, क्योंकि मेरे पिता ने बहुत मेहनत की है। मेरी सफलता का सारा श्रेय उन्हीं को जाता है। उनके बिना मैं कुछ भी नहीं होता। उन्होंने कभी मेरा साथ नहीं छोड़ा।
गौरतलब है कि रणजी ट्रॉफी में इस बार सरफराज खान का बल्ला जमकर बोला है। उन्होंने कुल 982 रन बनाए। मुंबई को फाइनल में पहुँचाने का श्रेय उनको ही जाता है। फाइनल में मुंबई का सामना मध्य प्रदेश से हुआ और एमपी ने जीत दर्ज करते हुए 41 बार की चैम्पियन मुंबई को हरा दिया। एमपी ने इस तरह इतिहास रच दिया।