अंडर 19 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के कप्तान यश धुल (Yash Dhull) ने रणजी ट्रॉफी में दिल्ली की तरफ से खेलते हुए अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया और पहले ही दिन शतक जमा दिया। डेब्यू में शतक जमाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में वह सचिन तेंदुलकर और पृथ्वी शॉ के साथ शामिल हो गए। अपनी इस शतकीय पारी के बाद धुल ने बयान दिया है।
बीसीसीआई डॉट टीवी से बातचीत करते हुए यश धुल ने कहा कि वर्ल्ड कप के बाद कई सीनियर खिलाड़ियों के मैसेज आए तब लगा कि कोई उपलब्धि हासिल कर लौटे हैं। दिल्ली की टीम से जुड़ने पर उन्होंने कहा कि फोकस अब रणजी ट्रॉफी पर रखना है और जीवन में यह अहम टूर्नामेंट है। मैं मैच दर मैच फोकस होकर खेलूँगा। डेब्यू मैच में शतक बनाकर अच्छा लग रहा है और मेरे लिए बड़ी उपलब्धि है।
रणजी डेब्यू को लेकर धुल ने कहा कि मुझे पता चला कि मेरा डेब्यू है, तब भी मैंने तैयारी उसी हिसाब से की जैसे पहले करता था। लम्बा खेलना चाहता था। जब 97 रन के निजी स्कोर पर उनका कैच फील्डर ने लपका तो इसको लेकर धुल ने कहा कि मैं सुन्न हो गया था लेकिन वह नो बॉल थी और मुझे लगा कि फिर से मौका मिला है और मैंने शतक पूरा कर दिया।
गौरतलब है कि दिल्ली के लिए खेलते हुए रणजी ट्रॉफी में यश धुल ने ओपन किया और 113 रनों की पारी खेली। हाल ही में अंडर 19 वर्ल्ड कप में भी वह अपने बल्ले से कुछ अच्छी पारियां दिखाने में सफल रहे थे। इस तरह धुल का रणजी डेब्यू भी यादगार बन गया। अंडर 19 टीम कप जीतने के बाद अहमदाबाद में थी जहाँ बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को सम्मानित किया। उनको सीनियर भारतीय टीम से मिलने का मौका भी मिला।