अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में मुंबई ने 42वीं बार रणजी ट्रॉफी पर जमाया कब्जा, कप्तान के जबरदस्त शतक के बावजूद विदर्भ की बड़ी हार 

(Photo Courtesy: BCCI Domestic)
(Photo Courtesy: BCCI Domestic)

रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) 2023-24 के फाइनल मुकाबले में मुंबई ने विदर्भ को 169 रनों के बड़े अंतर से हराया और टूर्नामेंट के इतिहास में 42वीं बार ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमाया। पहले खेलते हुए मुंबई ने अपनी पहली पारी में 224 का स्कोर बनाया, जवाब में विदर्भ 105 का ही स्कोर बना पाई। अपनी दूसरी पारी में मुंबई ने 418 का स्कोर बनाया और पहली पारी के आधार पर 119 रनों की बढ़त को मिलाकर 538 का मुश्किल लक्ष्य रखा, जिसके जवाब में विदर्भ की टीम 368 रन ही बना पाई। मुंबई के मुशीर खान (136 और 2/48) को प्लेयर ऑफ द मैच और तनुष कोटियन (502 रन और 29 विकेट) को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया।

चौथे दिन के स्कोर 248/5 से आगे खेलते हुए विदर्भ के लिए कप्तान अक्षय वाडकर और हर्ष दुबे की जोड़ी ने बखूबी मोर्चा संभाला। हर्ष दुबे ने 85 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। वहीं, विदर्भ ने भी लंच से पहले 300 रनों का आंकड़ा पार कर लिया। वाडकर और दुबे ने छठे विकेट के लिए शतकीय भागीदारी की और लंच के समय तक अपनी टीम का स्कोर 333/5 तक पहुँचाया।

लंच के बाद, अक्षय वाडकर ने 195 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। छठे विकेट के लिए 130 रनों की बेहतरीन साझेदारी को तनुष कोटियन ने तोड़ा और अपनी टीम को अक्षय के विकेट के रूप में बड़ी सफलता दिलाई, जो 199 गेंदों में नौ चौके और एक छक्के की मदद से 102 रन बनाकर आउट हुए। दुबे भी 128 गेंदों में 65 रन बनाकर 355 के स्कोर पर चलते बने। आदित्य सरवटे ने 3 रन बनाये, जबकि यश ठाकुर के बल्ले से 6 रन आये। अंतिम विकेट के रूप में उमेश यादव 6 रन बनाकर आउट हुए, जिन्हें अपने करियर का आखिरी मैच खेल रहे धवल कुलकर्णी ने बोल्ड किया। इस तरह विदर्भ की पारी 134.3 ओवर में सिमटी। मुंबई की तरफ से पारी में तनुष कोटियन ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए। वहीं, तुषार देशपांडे और मुशीर खान को दो-दो विकेट मिले।

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