रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के नए सीजन की शुरुआत हो चुकी है और इसका पहला राउंड 8 जनवरी को ख़त्म हुआ। इस बीच आंध्रा प्रदेश के विकेटकीपर-बल्लेबाज रिकी भुई (Ricky Bhui) ने अपनी टीम और कप्तान हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) के द्वारा बनाये गए नए नियम का खुलासा किया। भुई ने बताया कि इस सीजन व्यक्तिगत उपलब्धियों का जश्न नहीं मनाया जायेगा।
आंध्रा के पहले मैच में बंगाल के खिलाफ रिकी भुई ने पहली पारी में 347 गेंदों में 23 चौके और एक छक्के की मदद से 175 रनों की पारी खेली। इससे पहले बंगाल ने अपनी पहली पारी में 409 का स्कोर बनाया था और आंध्रा का स्कोर एक समय 119/3 था। यहाँ से भुई ने अन्य बल्लेबाजों के साथ मोर्चा संभाला और अपनी टीम के 445 के स्कोर तक पहुँचने में अहम भूमिका अदा की, जिससे उसे 36 रनों की बढ़त मिली। दूसरी पारी में बंगाल ने 82/1 का स्कोर बनाया और मुकाबला ड्रॉ रहा।
रिकी भुई को उनकी शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। अवार्ड लेने के बाद, उन्होंने अपनी टीम के व्यक्तिगत उपलब्धियों का जश्न ना मनाने के नियम का खुलासा किया। उन्होंने कहा,
विहारी ने एक कप्तान के रूप में केवल इतना कहा कि कोई व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है। उन्होंने बस यही कहा कि जो भी हो, यह टीम की उपलब्धि है। जब मैं शतक के करीब पहुंचा तो किसी ने तालियां नहीं बजाईं। यह अनिवार्य था कि जो कुछ भी है, हमें उसका पीछा करना होगा। लोग आमतौर पर किसी खास उपलब्धि तक पहुँचने के बाद संतुष्ट हो जाते हैं। किसी को भी तब तक संतुष्ट नहीं होना चाहिए जब तक हम मैच नहीं जीत लेते। इन छोटी-छोटी चीजों से हमने सुनिश्चित किया है कि टीम एकजुट रहे। हम इस बार सीमा पार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
गौरतलब हो कि मुकाबले के ड्रॉ होने के बावजूद, आंध्रा को अपनी बढ़त का फायदा मिला और उनके खाते में तीन अंक जुड़ गए।