घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिता रणजी ट्रॉफी का सीजन जारी है। जो युवा खिलाड़ी इंटरऩेशनल क्रिकेट में आगाज की चाह रखते है उनके लिए रणजी ट्रॉफी को सबसे बडा मंच माना जाता है। इंटरनेशनल टीम में अपनी जगह बनाने के लिए हर खिलाड़ी का रास्ता रणजी के मैदान से होकर ही गुजरता है। इस घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिता में हर खिलाडी बेहतरीन प्रर्दशन कर भारतीय सेलेक्टर्स की निगाहों में आना चाहता है।
इस प्रतियोगिता की वजह से भारत कई ऐसे बढिया खिलाडी मिले, जिन्होंने क्रिकेट की दुनिया में काफी नाम कमाया। भारत को क्रिकेट में जितने स्टार खिलाडी मिले है उनमें से ज्यादातर रणजी ट्रॉफी की देन है। किसी भी खिलाडी के लिए घरेलू सीजन के दौरान हासिल किया अनुभव अंतर्राष्ट्रीय मैचों में बेहद काम आता है। इसलिए रणजी ट्रॉफी की अहमियत और ज्यादा बढ जाती है।
रणजी की शुरुआत
रणजी ट्रॉफी के इतिहास की बात करें तो इसकी शुरुआत 84 साल पहले नवम्बर 1934 में हुई थी। रणजी ट्रॉफी का नाम रणजीत सिंह जी के नाम पर रखा गया। रणजीत सिंह जी इंग्लैंड की घरेलू टीमों की तरफ से क्रिकेट खेला करते थे। रणजी ट्रॉफी का पहला मैच मद्रास और मैसूर के बीच खेला गया था। मैसूर अपनी पहली पारी में कुल 48 रन ही बना पाई थी। वहीं मैसूर की पारी के जवाब में मद्रास की टीम ने पहली पारी में 130 रन का स्कोर बनाया। पहली पारी में मद्रास को 82 रनों की बढ़त मिल गई। इसके बाद दूसरी पारी में मैसूर की टीम 59 रन पर ढेर हो गई और मद्रास ने एक ही दिन में पारी ओर 23 रनों से वह मुकाबला जीत लिया। यानी एक दिन में 30 विकेट गिरे। जबकि फ़ाइनल में बॉम्बे ने नॉर्दन इंडिया को हराकर खिताब अपने नाम किया था।
मुम्बई ने जीता है सबसे ज्यादा बार रणजी का खिताब
घरेलू क्रिकेट की इस प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा मुम्बई हावी रहा है। इस खिताब को मुम्बई ने 41 बार अपने नाम किया है। मुम्बई ने इस खिताब को 1958-59 से लेकर सन 1972-73 तक लगातार 15 बार जीतने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया हुआ है।
सबसे ज्यादा रन
रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड इस समय पूर्व भारतीय ओपनर वसीम जाफर के नाम है, जिन्होंने अब तक 10,738 रन बनाए हैं। जबकि सबसे ज्यादा विकेट लेने का कारनामा राजिंदर गोयल ने किया है, जिन्होंने 640 विकेट चटकाए हैं।
प्वाइंट सिस्टम का खेल
टीम को जीत पर 6 प्वाइंट व बोनस के साथ जीतने पर एक अतिरिक्त अंक मिलेगा, वहीं पारी व दस विकेट से जीतने पर भी बोनस अंक दिया जाएगा।