विराट कोहली ने इंग्लैंड में अपने पहले टेस्ट शतक की मदद से भारतीय टीम को मैच में जबरदस्त तरीके से वापसी कराते हुए पिछड़ने से बचाया। इस शानदार शतकीय पारी के बाद कोहली ने इस पारी को अपने करियर की दूसरी सबसे अच्छी पारी बताया और साथ ही में उनका साथ देने के लिए उन्होंने निचले क्रम के बल्लेबाजों की तारीफ भी की। Bcci.tv के साथ बातचीत में विराट कोहली ने कहा, " यह मेरे करियर की दूसरी सबसे अच्छी पारी है और मेरे लिए सबसे खास एडिलेड में खेली गई पारी थी। एडिलेड की वो पारी मैंने दूसरी इनिंग्स में रनों का पीछा करते हुए खेली थी। मेरे दिमाग में सिर्फ यह था कि हम इस लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। इस पारी के बाद भी मैं काफी खुश हूं।" कोहली ने साल 2014 में एडिलेड में दो शतक लगाए थे, लेकिन एजबेस्टन में भी हालात ज्यादा अच्छे नहीं थे और उन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में 149 रनों की बेहतरीन पारी खेली। अपनी पारी को लेकर कोहली ने कहा, "मैं बस शतक नहीं लगाना चाहता था, बल्कि मैं लंबे समय तक खेलना चाहता था। आउट होने के बाद मुझे काफी निराशा हुई, क्योंकि मुझे लगा था कि हम 10 से 15 रनों की लीड हासिल कर सकते हैं। हालांकि दूसरे तरीके से सोचे, तो हम आउट नहीं होते तो इंग्लैंड के खिलाफ दोबारा गेंदबाजी नहीं कर पाते। मैं अपनी तैयारियों से काफी खुश हूं।" विराट कोहली के लिए यह पारी बिल्कुल भी आसान नहीं थी और इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने उन्हें काफी परेशान भी किया। हालांकि कोहली ने हार नहीं मानी और इस बीच उन्हें निचले क्रम के बल्लेबाजों का अच्छा साथ मिला। कोहली ने निचले क्रम के बल्लेबाजों की तारीफ करते हुए कहा, "मुझे टेलेंडर्स को अपने साथ खिलाना था। हार्दिक पांड्या ने अच्छी बल्लेबाजी की, इशांत शर्मा और उमेश यादव ने भी अच्छा साथ निभाया। उनका समर्थन काफी जरूरी और शानदार रहा।" भारतीय टीम पहली पारी में 13 रनों से पिछड़ गई थी और अब इंग्लैंड टीम की कुल बढ़त 22 रनों की हो गई है। तीसरे दिन भारतीय टीम के सामने इंग्लैंड को 200 रनों के अंदर आउट करने की चुनौती होगी।