अगर भारतीय टेस्ट टीम में अमित मिश्रा की जगह कोई ले सकता है तो वह जयंत यादव। यादव अपने बल्ले और गेंद दोनों से इस समय बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे है। न्यूज़ीलैंड सीरीज़ के दौरान यादव को अपना खेल दिखाने का बेहद कम मौका मिला इसके बाद घरेलु मैदान पर इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट मैच के लिए जयंत को भारतीय टीम में शामिल किया गया। राजकोट में खेले गए पहले मैच में अमित मिश्रा की तबीयत ख़राब होने की वज़ह से विशाखापत्नम में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच के लिए मिश्रा की जगह जयंत को खेलने का मौका दिया गया। हरियाणा के इस खिलाड़ी ने पहली पारी में 35 और दूसरी पारी में नाबाद 27 रन बनाए और इसके अलावा पूरे मैच में चार विकेट भी अपने नाम किए जिसमें से एक पहली पारी में 3 विकेट अगली पारी में लिए। यह मैच टीम इंडिया ने 246 रन से जीत लिया। मोहाली में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में यादव ने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय पचासा बनाया और मैच में दो विकेट भी लिए। दूसरा टेस्ट भी टीम इंडिया ने अपने नाम किया और सीरीज़ में 2-0 की बढ़त भी बनाए रखी। हालाकि जयंत यादव ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन वानखेड़े में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में दिखाया जहां उन्होंने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय शतक जमाया और 8वें विकेट के लिए 241 रन की अहम साझेदारी भी की। यादव ने मैच में एक विकेट भी अपने नाम किया। ग़ौरतलब है कि इंडिया ने यह मैच एक पारी और 36 रन से जीत लिया। बाद में चेन्नई टेस्ट मैच के लिए उनकी जगह अमित मिश्रा को फिर से टीम में शामिल किया गया। 26 साल का यह युवा बेहतरीन फॉर्म है जिसने बल्ले और गेंद दोनों से बेहतरीन और अहम प्रदर्शन किया है। हालांकि जयंत मूल रूप से गेंदबाज़ी करते है लेकिन उनकी बल्लेबाज़ी का हुनर टीम इंडिया के मध्यम क्रम की बल्लेबाज़ी को मजबूती प्रदान कर सकता है।