25 साल की उम्र में चेन्नई के मैदान पर इंग्लैंड के ख़िलाफ़ बेहतरीन और नाबाद 303 रन बनाने वाले करूण नायर अचानक की क्रिकेट जगत की सनसनीखेज़ ख़बर बन गए। नायर ने अपने पहले दो टेस्ट मैच ज्यादातर ड्रेसिंग रूम ही बिताए। मोहाली में तीसरे टेस्ट के दौरान नायर को चोटिल आजिक्ये रहाणे की जगह टीम में लिया गया। जिन्हें अगले दो मैच तक आराम करने की सलाह दी गयी थी। नायर ने पहली पारी में केवल चार ही रन बनाए और दूसरी पारी में उन्हें खेलने का मौका ही नहीं मिला क्योंकि भारत ने 8 विकेट से मैच जीत लिया। चौथे टेस्ट में भी नायर कुछ ख़ास नहीं कर पाए केवल 13 रन ही बनाए। चेन्नई में खेले गए पांचवे और आख़िरी टेस्ट मैच में करूण नायर जब क्रीज़ पर आए तो केएल राहुल इंग्लैंड के गेंदबाज़ों की खूब धुनाई कर रहे थे। दोनों ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 161 रन की साझेदारी की लेकिन राहुल 199 रन पर आउट हो गए और 1 रन से अपना दोहरा शतक चूक गए। राहुल के आउट होने के बाद नायर ने इंग्लैंड के गेंदबाज़ों की क्लास लेना शुरू कर दी। सहवाग के बाद करूण नायर ऐसे दूसरे भारतीय खिलाड़ी है जिन्होंने ट्रिपल सेन्चुरी लगाया है और ऐसे पहले भारतीय ख़िलाड़ी भी बन गए है जिन्होंने अपना पहला शतक ही तीहरे शतक में बदला है। 381 गेंदों में नाबाद 303 रन बनाने वाले नायर की ये पारी टेस्ट जगत की चौथी सबसे तेज़ पारी है। इस ऐतिहासिक पारी खेल की बदौलत 25 साल के नायर को मैन ऑफ़ द मैच का ख़िताब दिया गया। मीडिया ने नायर के इस ट्रिपल सेन्चुरी की बदौलत उन्हें क्रिकेट जगत का उभरता सितारा बना दिया, जिसके बाद क्रिकेट के दिग्गज़ ख़िलाड़ियों से उनकी तुलना भी होने लगी। ख़ैर अगर नायर अपने फॉर्म को इसी तरह आगे भी बरकरार रखते है तो भविष्य में वह दुनिया के दिग्गज़ बल्लेबाज़ों की फेहरिस्त में शामिल हो सकते है।