भारत को अगले साल 5 जनवरी से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसी की धरती पर टेस्ट श्रृंखला खेलनी है। ऐसे में ये दौरा भारतीय क्रिकेट टीम के लिए कड़ी परीक्षा माना जा रहा है, क्योंकि भारत ने अभी तक ज्यादातर घरेलू श्रृंखला ही खेली है। दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले सलामी बल्लेबाजों के चयन को लेकर काफी माथापच्ची हो रही थी, तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रहीं थीं कि मुरली विजय, शिखर धवन और केएल राहुल में से कौन से दो बल्लेबाज ओपनिंग करेंगे। लेकिन टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने अब इन अटकलों पर विराम लगा दिया है और स्पष्ट कर दिया है कि कौन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में ओपनिंग बल्लेबाजी करेगा। उन्होंने कहा है कि मुरली विजय और शिखर धवन ही दक्षिण अफ्रीका दौरे पर सलामी बल्लेबाज की भूमिका में होंगे। उन्होंने कहा कि बाएं और दाएं हाथ के कॉम्बिनेशन की वजह से जोड़ी ज्यादा सही रहेगी। सीएनएन-आईबीएन से बातचीत में रवि शास्त्री ने कहा कि सलामी जोड़ी के लिए आप अनुभव देखते हैं और ये देखते हैं कि इसमें कितनी विविधता है। शिखर धवन के अंदर ये दोनों ही चीजें हैं। इसके अलावा उनके ओपनिंग करने से दाएं और बाएं हाथ का कॉम्बिनेशन भी बनेगा। इसलिए उनका पारी की शुरुआत करना जरुरी है। शास्त्री ने कहा कि धवन ने काफी रन बनाए हैं और मुरली विजय काफी अनुभवी खिलाड़ी हैं। इसके अलावा विदेशों में उनका रिकॉर्ड भी काफी अच्छा रहा है और वो टीम को मजबूती प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि युवा के एल राहुल काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और उन्हें भी मौका जरूर मिलेगा। हो सकता है उन्हें थोड़ा इंतजार करना पड़े लेकिन उन्हें अवसर जरुर मिलेंगे। पिछले 18 महीनों में के एल राहुल के अंदर सबसे ज्यादा सुधार हुआ है। हालांकि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि वो अपने 60-70 रनों को एक बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पा रहे हैं। गौरतलब है भारतीय टीम लगभग पिछले 2 साल से घरेलू सीरीज ही खेल रही है। दक्षिण अफ्रीका दौरे से उसके विदेशी दौरों की शुरुआत होगी। उसके बाद उसे घर से बाहर ही खेलना है। दक्षिण अफ्रीका के बाद उसे इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ उन्हीं के घर में सीरीज खेलनी है जो कि आसान नहीं रहने वाला है। अगले 15 महीने भारतीय टीम के लिए काफी अहम रहने वाले हैं। पिछले काफी समय से मुरली विजय भारतीय टेस्ट टीम के नियमित सलामी बल्लेबाज रहे हैं। के एल राहुल के लिए ये साल काफी बढ़िया रहा है, उन्होंने लगातार 7 अर्धशतकीय पारियां खेली लेकिन उसे बड़ी पारी में नहीं तब्दील कर पाए। वहीं शिखर धवन को उस वक्त टेस्ट टीम में मौका मिला जब श्रीलंका दौरे पर मुरली विजय ने अपना नाम वापस ले लिया और के एल राहुल बीमार पड़ गए। धवन ने उस मौके का पूरा फायदा उठाया और 190 रनों की तेज तर्रार पारी खेलकर टीम में अपनी जगह सुनिश्चित कर ली।
दक्षिण अफ्रीका का दौरा भारतीय टीम के लिए काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि काफी समय बाद ये उसका पहला विदेशी दौरा होगा। अगर वहां पर भारतीय टीम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाती है तो फिर आगे के लिए उसकी चुनौती काफी कड़ी हो जाएगी। यही वजह है कि टीम मैनेजमेंट अभी से इसकी तैयारियों में जुट गया है। किसी भी टीम की सफलता के लिए अच्छी शुरुआत के काफी मायने होते हैं और यही वजह है कि कोच रवि शास्त्री अपने बेस्ट कॉम्बिनेशन को ही मैदान पर उतारना चाहते हैं। हालांकि अगर शिखर धवन और मुरली विजय में से कोई एक फ्लॉप रहा तो के एल राहुल को भी मौका मिल सकता है। इस दौरे पर पार्थिव पटेल के रूप में भारतीय टीम एक और विकेटकीपर बल्लेबाज लेकर जा रही है,क्योंकि पटेल काफी अनुभवी खिलाड़ी हैं।