अनिल कुंबले के कोच बनने से टीम इंडिया का ये पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर हुआ दुखी

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व निदेशक और अपने वक़्त के बेहतरीन ऑलराउंडर रवि शास्त्री जो कोच पद की दौड़ में भी आगे चल रहे थे, लेकिन आख़िरी वक़्त में अनिल कुंबले उनपर भारी पड़े और शास्त्री को कोच की दौड़ से बाहर करते हुए बन गए टीम इंडिया के नए कोच। 23 जून को जैसे ही बीसीसीआई अध्यक्ष ने टीम इंडिया के हेड कोच के लिए अनिल कुंबले के नाम पर मुहर लगाई, क्रिकेट प्रेमियों के चेहरे पर ख़ुशी ला दी। लेकिन अनिल कुंबले के पुराने साथी रवि शास्त्री को इस ख़बर ने हैरान कर दिया और वह मायूस हो गए। अंग्रेज़ी अख़बार मिड डे से बातचीत करते हुए शास्त्री ने बताया कि उन्हें इस फ़ैसले से मायूसी हाथ लगी है लेकिन साथ ही साथ उन्होंने कुंबले को बधाई भी दी। ''पिछले 18 महीनों में मैंने जिस तरह से टीम इंडिया के साथ काम किया और मेहनत ने रंग लाया उसके बाद बीसीसीआई के इस फ़ैसले से दुखी तो हूं, लेकिन जब ये सिर्फ़ एक साल की बात है तो कुछ ज़्यादा नहीं कहना।" : रवि शास्त्री टीम इंडिया के इस पूर्व हरफ़नमौला खिलाड़ी ने क्रिकेट कॉमेंट्री से अपने आपको अलग करते हुए तब भारतीय टीम के निदेशक का पद संभाला था जब टीम इंडिया को इंग्लैंड के हाथों 2014 में करारी हार का सामना करना पड़ा था। रवि शास्त्री ने 2014 में कोच डंकन फ़्लेचर के साथ शुरुआत की थी और तब से लेकर हाल ही में ख़त्म हुए आईसीसी वर्ल्ड टी-20 तक टीम इंडिया के साथ रवि शास्त्री जुड़े थे और इनके कार्यकाल में भारतीय क्रिकेट टीम का प्रदर्शन भी क़ाबिल-ए-तारीफ़ रहा था। ''अब वक़्त आ गया है आगे बढ़ने का, भविष्य देखने का, और वह करने का जिसमें आप बेस्ट हों। मैं ये ज़रूर कहूंगा कि भारतीय युवा और जुझारू खिलाड़ियों के साथ काम करने का अनुभव शानदार रहा।'' : रवि शास्त्री रवि शास्त्री के अदंर टीम इंडिया का प्रदर्शन शानदार रहा था भारत ने वनडे विश्वकप और टी-20 विश्वकप के सेमीफ़ाइनल तक का सफ़र तय किया, श्रीलंका को उन्हीं की सरज़मीं पर 22 साल बाद टेस्ट सीरीज़ में शिकस्त दी। यही वजह थी कि इस हरफ़नमौला खिलाड़ी का कोच बनना लगभग तय माना जा रहा था, लेकिन आख़िरी वक़्त में अनिल कुंबले की एंट्री ने उनकी दावेदारी को कमज़ोर कर दिया।