भारतीय टीम (Indian Team) के कोच के रूप में रवि शास्त्री (Ravi Shastri) का कार्यकाल अच्छा रहा है। इस साल नवम्बर में उनका कार्यकाल समाप्त हो गया और राहुल द्रविड़ ने बतौर कोच उनकी जगह ले ली। अपनी कोचिंग के दौरान सबसे खराब प्रदर्शनों के बारे में जिक्र करते हुए रवि शास्त्री ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट का जिक्र किया है जिसमें टीम इंडिया 36 रन बनाकर आउट हो गई थी।
द वीक से बातचीत में रवि शास्त्री ने कहा कि देखिए, कोच फायरिंग लाइन में है, कोई विकल्प नहीं है। यही काम की विडंबना है। आपको पहले दिन से ही तैयार रहना होगा। मुझे पता था कि बचने का कोई रास्ता नहीं होगा। 36 ऑल आउट सबसे कम अंक था। हमारे हाथ में (रातों-रात) नौ विकेट थे और फिर हमें 36 रन पर समेट दिया गया। हमें गेम में रहने के लिए बस इतना करना था कि 80 रन और जोड़ने थे। हम सब सुन्न थे। हम कई दिनों से सदमे की स्थिति में थे। ऐसा कैसे हो सकता था?
उल्लेखनीय है कि एडिलेड टेस्ट मैच में भारतीय टीम अच्छी स्थिति में थी। पहली पारी में 244 रन बनाने के बाद ऑस्ट्रेलिया को 191 रन पर आउट कर बढ़त हासिल की थी। इसके बाद दूसरे दिन की समाप्ति तक भारत ने 1 विकेट पर 9 रन बनाए थे। तीसरे दिन के खेल में पहले सेशन से स्थिति बदल गई। जोश हेजलवुड और पैट कमिंस ने अपनी धारदार गेंदबाजी से भारतीय टीम को दूसरी पारी में महज 36 रन के मामूली स्कोर पर समेट दिया। भारतीय टीम को मैच में बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था।
इस मैच में पराजय के बाद भारतीय टीम के कुछ खिलाड़ी चोटिल हो गए थे। अगले मैच में जीत के बाद एक टेस्ट टीम इंडिया ने तीसरे टेस्ट को ड्रॉ कराया था। गाबा में खेले गए चौथे टेस्ट को जीतकर भारतीय टीम ने इतिहास रचा था।