भारत के मुख्य कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने बुधवार को कहा कि एक ही समय में अलग-अलग स्थानों की यात्रा करने वाली दो भारतीय टीमें बायो बबल की मानसिक रूप से जलती हुई दुनिया में एक आदर्श बन सकती है। रवि शास्त्री ने कहा कि क्रिकेटर इस समय कोरोना वायरस के कारण बायो बबल में रहने को मजबूर हैं, ऐसे में दो टीमों को अलग-अलग जगह भेजने का ट्रेंड भी बन सकता है।
एक प्रेस वार्ता में भारतीय कोच ने कहा कि एक समय में दो अलग जगहों पर दो टीमों के साथ खेलने से यह आगे चलकर नियमित संभावना बन सकती है। फिलहाल यह मौजूदा स्थिति और यात्रा पर प्रतिबंध और उस तरह की चीजों के कारण हो रहा है। लेकिन आप कभी नहीं जान पाते। भविष्य में यदि आप खेल का विस्तार करना चाहते हैं, विशेष रूप से छोटे प्रारूपों में, तो यह एक सही रास्ता हो सकता है।
रवि शास्त्री का पूरा बयान
भारतीय कोच ने यह भी कहा कि जब आपके पास क्रिकेटरों की इतनी संख्या है और यदि आप दुनिया भर में टी20 खेल का प्रसार करना चाहते हैं, तो यह आगे का रास्ता हो सकता है क्योंकि अगर आप चार या आठ साल में ओलंपिक की बात कर रहे हैं, तो आपको खेल खेलने के लिए और देशों की आवश्यकता है। इसलिए यह आगे का रास्ता हो सकता है।
शास्त्री की तरह भारत के कप्तान विराट कोहली ने दोनों टीमों के ढांचे का समर्थन किया। बायो बबल वातावरण को उन्होंने मानसिक रूप से भारी पड़ने वाला बताया। कोहली ने यह भी कहा कि उन्हें इससे उबरने के लिए ब्रेक दिया जाएगा।
गौरतलब है कि भारतीय टीम जब इंग्लैंड में होगी, उस समय श्रीलंका में भारतीय टीम सीमित ओवर सीरीज के लिए जाएगी जो एक अलग टीम होगी। भारतीय टेस्ट टीम 3 जून को इंग्लैंड में खेलने के लिए रवाना होगी।