टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर रवि शास्त्री ने आईसीसी की क्रिकेट समिति से इस्तीफ़ा दे दिया है। शास्त्री इस समिति में पिछले छह सालों से मीडिया प्रतिनिधि के रूप में काम कर रहे थे। फिलहाल अभी तक इस बात के कोई संकेत नहीं मिले हैं कि शास्त्री ने कोच पद वाले मामले की वजह से इस्तीफ़ा दिया है या इसकी कोई और वजह भी है। शास्त्री इस बारे में काफी पहले से मन बना चुके थे और उन्होंने अपने इस्तीफे के बारे में आईसीसी के चेयरमैन शशांक मनोहर को इसके बारे में पत्र लिख कर इस्तीफ़े के संकेत भी दिये थे। साथ ही साथ शास्त्री ने ये भी कहा कि वो इस समिति में लंबे समय से काम कर रहे हैं और अब वो इन जिम्मेदारियों से मुक्त होना चाहते हैं। शास्त्री का मानना है कि उन्हें अब ब्रेक ले लेना चाहिए और साथ ही साथ ये भी सुझाव दिया कि अब दूसरों को भी आगे आने का मौका देना चाहिए। लॉर्ड्स में 2 और 3 जून को हुई समिति की मीटिंग में शास्त्री हिस्सा नहीं ले पाये थे और ये मीटिंग शास्त्री के बिना ही करनी पड़ी थी। शास्त्री इस मीटिंग के दौरान अपने कमेंट्री के कामों में दूसरी जगह व्यस्त थे। फिर भी उन्होंने इस मीटिंग में अपना इस्तीफ़ा भेज दिया था और इसपर उन्होंने और कोई व्याख्या नहीं की। आईसीसी की क्रिकेट समिति के मीडिया प्रतिनिधि के साथ-साथ शास्त्री कुछ समय तक भारतीय टीम के निदेशक के रूप में भी काम करते रहे। शास्त्री के कार्यकाल में टीम इंडिया ने पहले एशिया कप जीता और फिर वर्ल्ड टी-20 में बेहतरीन प्रदर्शन किया। जहां एशिया कप में भारतीय टीम ने फ़ाइनल जीत कर ट्रॉफी अपने नाम की थी वहीं वर्ल्ड टी20 में बल्ले और गेंद दोनों से भारतीय टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था, पर वेस्टइंडीज के खिलाफ सेमीफ़ाइनल में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी। पूर्ण रूप से देखा जाए तो शास्त्री के छोटे से कार्यकाल में भारतीय टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था।