भारतीय टीम के नए कोच रवि शास्त्री को इस कार्य के लिए 7.5 करोड़ रूपये दिए जाएंगे। पूर्व भारतीय कोच अनिल कुंबले से उन्हें 1.5 करोड़ रूपये अधिक मिलने की उम्मीद है। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में इन सभी बातों का जिक्र किया गया है। शास्त्री के सहायक संजय बांगड़ को 2.2 करोड़ और नए गेंदबाजी कोच भरत अरुण को 2 करोड़ रूपये सालाना मिलेंगे। अपनी पसंद का सपोर्ट स्टाफ मिलने के बाद शास्त्री की नजरें अब पूर्व दिग्गज भारतीय खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को टीम के साथ ओवरसीज दौरों में बल्लेबाजी सलाहकार के रूप में जोड़ ने की ओर है। पिछले सप्ताह शास्त्री को 2019 विश्वकप तक टीम का कोच बनाया गया था।उनके साथ जहीर खान को गेंदबाजी सलाहकार और राहुल द्रविड़ को ओवरसीज दौरों के लिए बल्लेबाजी सलाहकार बनाने का निर्णय हुआ था। इसके बाद बीसीसीआई ने इस निर्णय पर पलटी मारते हुए द्रविड़ और जहीर पर विचार करने की बात कर भरत अरुण को नया गेंदबाजी कोच नियुक्त कर दिया। यह कहा जा रहा था कि शास्त्री के भुगतान पर फैसला बोर्ड द्वारा एक समिति गठित कर किया जाएगा, इसमें बोर्ड प्रेसिडेंट सीके खन्ना, सचिव अमिताभ चौधरी, सीओए की सदस्य डायना इदुल्जी और बीसीसीआई सीईओ राहुल जौहरी के होने की घोषण हुई थी। शास्त्री ने कमेटी से मुलाकात कर अपनी उम्मीदें बताई और 7.5 करोड़ रूपये उन्हें देने पर बात बनी। इसके लिए उन्हें कमेंट्री छोड़ने और मीडिया में बयान देने से अलग होने की शर्त भी फिक्स हुई। रवि शास्त्री को कोच पद का आवेदन करने के लिए सचिन तेंदुलकर ने राजी किया था। अब ख़बरें यह भी हैं कि शास्त्री ओवरसीज दौरों के लिए पूर्व भारतीय कप्तान और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को सलाहकार के रूप में देखना चाहते हैं। हालांकि इस पर फैसला बोर्ड को ही करना है और फिलहाल सचिन से इस प्रकार की कोई बात भी बीसीसीआई ने नहीं की है।