भारतीय ऑफ़स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली की कप्तानी का फर्क बताया हैं। जहां उन्होंने पूर्व कप्तान को परिपक्व करार दिया वहीं कोहली को आक्रामक नेतृत्वकर्ता बताया।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बातचीत में अश्विन ने कहा, 'कप्तानी काफी ऊर्जावान और कभी न धन्यवाद देने वाली जिम्मेदारी है। अश्विन ने ठहाका लगाते हुए कहा कि पांच वर्ष कप्तानी करने के बाद कोई भी अस्थायी संन्यास लेने का मन बना सकता है। मैं एमएस धोनी को सेल्यूट करता हूं, जिन्होंने शानदार काम किया विशेषकर ऐसे देश में जहां लंबे समय तक लोग उन पर हावी रहना चाहते थे।'
उन्होंने आगे कहा, 'धोनी ने टीम को दबाव की स्थिति से उबारकर एकजुट किया। कप्तान के रूप में एमएस धोनी के बारे में पूछने पर पहला शब्द परिपक्वता याद आता है।'
बकौल अश्विन, 'विराट ने धोनी से कप्तानी की जिम्मेदारी ली और वह बिलकुल अलग व्यक्ति हैं। उन्हें आमना-सामना पसंद हैं। वह काफी आक्रामक हैं। कभी मुझे ऐसा लगता है कि वह इतने आक्रामक हैं कि मुझे डर लगता है। उन्होंने फिर ठहाका लगाता हुए कहा कि मुझे कभी तो इतना डर लगता है कि फील्डर को उस जगह से हटाऊ या नहीं।'
ऑफ़स्पिनर ने कहा, 'विराट के बारे में एक बात बताऊं कि आपको कभी फील्डर की चिंता नहीं करना होती है कि वो आक्रामक स्थान पर रखा जाए या नहीं। वह पिछले कुछ वर्षों में एक क्रिकेटर और व्यक्ति के रूप में परिपक्व हुए हैं। वह संभवतः पीढ़ी बदलने वाले व्यक्ति हैं।'
अश्विन ने धोनी की कप्तानी में वेस्टइंडीज के खिलाफ 2011 घरेलू सीरीज में टेस्ट डेब्यू किया था। इसे ध्यान रखना गलत नहीं होगा कि आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेलते समय अश्विन ने काफी सुर्खियां बंटोरी। अश्विन फ़िलहाल स्पोर्ट्स हर्निया की परेशानी के चलते आईपीएल से बाहर हैं। हालांकि चैंपियंस ट्रॉफी से पूर्व उनके पूरी तरह फिट होने की उम्मीद है।
Published 10 Apr 2017, 18:58 IST