भारतीय खिलाड़ी रविन्द्र जडेजा की बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग उन्हें प्रभावशाली ऑलराउंडर बनाती है। फैन्स का चहेता बनने के पीछे उनकी निडर क्रिकेट और किसी भी स्थिति में खुद को ढाल लेने की क्षमता है। यह धर्मशाला टेस्ट के दूसरे दिन भी देखने को मिला। जब वे बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरे, तब भारत का स्कोर 221/6 था और लायन पिच की मदद का फायदा उठा रहे थे। अजिंक्य रहाणे और अश्विन ने आक्रमण कर रन बनाना जारी रखा अन्यथा स्कोर कम भी हो सकता था। जडेजा अपने ही अंदाज में दिखे और उन्होंने शुरुआत में ही ओ'कीफ की गेंद पर छक्का जड़ दिया। ऋद्धिमान साहा के रूप में जडेजा को एक अच्छा जोड़ीदार भी मिला। पारी के 87वें ओवर में नाथन लायन जडेजा को गेंदबाजी कर रहे थे तब विकेटकीपर मैथ्यू वेड ने जडेजा के पास आकर दो बार उन्हें परेशान करने की कोशिश की। तब जडेजा ने भी उनके शब्दों पर चुप्पी साधते हुए बल्ले से करारा जवाब दिया। जब लायन ने सतासीवें ओवर की चौथी गेंद डाली तब जडेजा ने इसे छोड़ दिया। मैथ्यू वेड जडेजा के चेहरे के पास आकर बोलते हैं "सभी परिस्थितियों में अच्छी गेंदबाजी गैरी, ग्रेट इन ऑल कंडीशंस गैरी।" वे लायन को गैरी कहते हैं। अगली गेंद जो कि ओवर की पांचवीं गेंद थी। इसको जडेजा ने ऑफ़ साइड में धकेलकर एक रन लेने की कोशिश की लेकिन वहां कोई सम्भावना नहीं देखकर वापस मुड़े तब मैथ्यू वेड ने फिर वही हरकत करते हुए कहा "तुमने दिखा दिया है कि सभी परिस्थितियों में अच्छा कर सकते हो गैरी। तुम सिक्के का एक पहलू नहीं हो।" इसके बाद अगली गेंद जो थोड़ी छोटी थी उसको जडेजा ने उठाकर शॉट खेलते हुए छह रनों के लिए बाउंड्री से बाहर पहुंचा दिया। इस बार वेड कुछ नहीं बोले और लायन भी अगले ओवर में नहीं आए। गौरतलब है कि जडेजा अपने हवाई शॉट के लिए जाने जाते हैं और वेड की बातें सुनकर उन्होंने भी अपना प्रमुख हथियार चलाया और मुंह की बजाय बल्ले से करारा जवाब दिया।