रॉयल चैंलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली ने हाल ही में ख़त्म हुए आईपीएल-9 में अद्भुत बल्लेबाज़ी करते हुए 16 मैचों में रिकॉर्ड 973 रन बनाए और अपनी टीम को फ़ाइनल तक पहुंचाया। कोहली पिछले कुछ महीनों से ज़बर्दस्त फ़ॉर्म में हैं, ऑस्ट्रेलियाई दौरे से लेकर एशिया कप और टी-20 वर्ल्डकप में भी कोहली ने कमाल का खेल दिखाया था। बैंगलोर को चैंपियन बनाने से कोहली भले ही चूक गए हों, लेकिन इस दाएं हाथ के खिलाड़ी की बल्लेबाज़ी के सभी क़ायल हैं। एक के बाद एक मैच और सीरीज़ में जिस अंदाज़ में कोहली खेल रहे हैं उसे देखने के बाद हर कोई इस 27 वर्षीय बल्लेबाज़ का दीवाना हो गया है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बल्लेबाज़ी कोच ट्रेंट वुडहील ने भी कोहली की जमकर तारीफ़ की है और साथ ही कहा, "कोहली की फॉर्म का राज़ उनकी मेहनत और निरंतरता है। कोहली हर मैच से पहले अपने आपको इस तरह तैयार करते हैं कि क्रीज़ पर जाते ही हर बार वह अपनी शानदार पारियों को दोहराने में क़ामयाब होते हैं।" वुडहील पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के भी साथ रह चुके हैं, भारतीय टेस्ट कप्तान के बारे में उन्होंने ये भी कहा, "कोहली को कोई अलग सा शॉट खेलने या बनाने की ज़रूरत नहीं होती क्योंकि उनकी तकनीक बेहद शानदार है, उनकी याद्दाश्त भी बेहतरीन है जिससे उन्हें पता रहता है कि गैप कहां और ठीक वहीं खेल पाने में क़ामयाब होते हैं।" विराट कोहली की ख़ासियत ताक़त नहीं बल्कि टाइमिंग के साथ गैप ढूंढना है और शायद इसकी वजह है उनकी फ़िट्नेस और संयम और ये सब देन है मेहनत की, जो वह हर मैच से पहले करते हैं चाहे वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट हो या फिर क्लब क्रिकेट, कोहली हर मैच को बेहद गंभीरता से लेते हैं।