इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक को यह मानने में जरा भी हिचकिचाहट नहीं है कि भारत के खिलाफ होने वाली सीरीज मे उनकी टीम अंडरडॉग मानी जाएगी । कप्तान कुक इस बात से खुद की टीम पर दबाव की गुंजाइश का खंडन कर पाँच टेस्ट मुक़ाबलों में अच्छी भिड़ंत होने की उम्मीद जता रहे हैं। भारत आने के तीन दिन पूर्व बांग्लादेश जैसी छोटी टीम से हारने वाली इंग्लिश टीम 9 नवंबर से राजकोट में अपना पहला मुक़ाबला खेलते हुए भारत दौरे की शुरुआत करेगी । कुक ने कहा कि जब आप नंबर 1 और नंबर 2 टीम के खिलाफ उनके घर में उन्ही की परिस्थितियों में खेलते हो तो यह आपके लिए चुनौतीपूर्ण होता है। जिन खिलाड़ियों ने उपमहाद्वीप मे अधिक क्रिकेट नहीं खेली हो उनके लिए यह बड़ा मुश्किल भरा काम होता है । भारत के विरुद्ध शानदार रिकॉर्ड रखने वाले लंकाशायर के इस खिलाड़ी ने कहा कि अंडरडॉग्स होने के नाते हम पर दबाव भी होगा साथ ही परिस्थितियाँ भी विपरीत होगी। भारतीय जमीन पर टेस्ट मैचों में 4 सैंकड़ों सहित 60 की औसत से रन बनाने वाले कुक ने कहा कि हमने चयन मे कुछ खास तरीका अपनाया है लेकिन जब आप (बांग्लादेश दौरे पर) ताजा दो टेस्ट मैचों में घटित चीजें देखें तो कुछ सही नहीं लगता । कुक ने कहा कि पिछले महीने ढाका टेस्ट मैच में बांग्लादेश के खिलाफ मिली हार के बाद से टीम के सभी सदस्य शानदार तरीके से एकजुट हुए हैं। कुक ने 2012 के भारत दौरे पर अहमदाबाद में पहला टेस्ट मैच बड़े अंतर से हारने के बाद मीडिया मे दिये गये अपने बयान को दोहराया। गौरतलब है कि चार वर्ष पहले इंग्लैंड ने पहला टेस्ट मैच हारने के बाद भारत को सीरीज में 2-1 से हराया था। भारत के खिलाफ अपना सर्वाधिक उच्च स्कोर 294 रन बनाने वाले बाएँ हाथ के इस खब्बू बल्लेबाज ने कहा कि इन खिलाड़ियों के सामने जब भी कोई बड़ी चुनौती सामने आई है किसी न किसी खिलाड़ी ने आगे आकार अच्छी क्रिकेट खेली है।