बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति ने हाल ही में रवि शास्त्री को भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया है। इससे पहले आसार लगाए जा रहे थे कि पूर्व विस्फोटक सलामी बल्लेबाज़ वीरेंदर सहवाग को भारतीय टीम का कोच बनाया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। रवि शास्त्री को टीम इंडिया का मुख्य कोच क्यों बनाया गया है, हाल ही में सूत्रों के हवाले से इस बात का कारण सामने आया है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया के हवाले से एक आधिकारिक सूत्र ने बताया, "क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) ने अपना काम बिलकुल अच्छे तरीके से किया है। रवि शास्त्री टीम इंडिया के मुख्य कोच के लिए CAC की पहले पसंद थे। इसका कारण यह है कि उनको काम करने का तरीका मालूम है। वो जानते हैं कि किस स्थिति में कैसा फैसला लिया जाना चाहिए। उन्होंने टीम के साथ तीन सालों तक काम भी किया है और वो टीम के साथियों के साथ घुले-मिले हैं।" गौरतलब है कि बोर्ड की क्रिकेट सलाहकार समिति ने 10 जुलाई को मुंबई में कोच पद के लिए आवेदन करने वाले व्यक्तियों का साक्षात्कार लिया था। सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की अध्यक्षता वाली सलाहकार समिति ने बोर्ड को एक नाम भेज दिया था, जिसे बोर्ड ने एक दिन बाद यानि मंगलवार को सबके सामने रखते हुए एलान कर दिया कि रवि शास्त्री ही टीम इंडिया के मुख्य कोच बने हैं। उनका कार्यकाल 2019 विश्वकप तक के लिए रहेगा। इसके अलावा भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज तेज़ गेंदबाज़ ज़हीर खान को टीम इंडिया का गेंदबाजी कोच नियुक्त किया गया है। इससे भारत के युवा और उभरते हुए खिलाड़ियों को काफी फायदा मिलेगा और साथ ही ज़हीर खान का अनुभव उनके काम भी आएगा, जो उनकी गेंदबाजी को और बेहतर बनाने में मदद देगा। ज़हीर खान ने अपनी घटक गेंदबाजी की बदौलत अपने समय में सभी विदेशी बल्लेबाजों को जमकर परेशान किया था। अब ज़हीर खान का वही हौंसला और जुनून युवा खिलाड़ियों में देखने को मिल सकता है। अनिल कुंबले ने चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के बाद इस्तीफ़ा दे दिया था और बीसीसीआई ने आवेदन करने की तारीख आगे बढाते हुए शास्त्री से भी आवेदन करने का अनुरोध किया था, जिसे स्वीकार करते हुए उन्होंने फॉर्म भर दिया। उनके साथ पूर्व भारतीय खिलाड़ी लालचंद राजपूत, वीरेंदर सहवाग के अलावा रिचर्ड पायबस और टॉम मूडी ने भी इंटरव्यू में हिस्सा लिया था।