एक बात तो साफ़ है कि हम कहीं से भी कीवियों के शानदार प्रदर्शन को कम नहीं आंक सकते, फिर चाहे गेंद से 4 विकेट झटकने वाले ट्रेंट बोल्ट हों या फिर बल्ले से रिकॉर्ड पारी खेलने वाले टॉम लैथम और रॉस टेलर। 280 रनों के जवाब में जब 18वें ओवर में ही 80 रनों पर कीवियों ने तीन विकेट गंवा दिए थे, तो लगा था कि यहां से अब भारत के लिए जीत की राह मुश्किल नहीं होगी।
लेकिन टॉम लैथम और अनुभवी रॉस टेलर के इरादे कुछ और ही थे, दोनों ने मिलकर भारतीय गेंदबाज़ों को पहले परखा और आराम आराम से खेल रहे थे। लेकिन जैसे ही उनकी नज़रें जम गईं और पिच को समझ चुके थे, तो फिर उनके बल्ले से हर तरह से रन आने लगे। लैथम ने तो स्वीप और रिवर्स स्वीप लगाते हुए स्पिनर्स की दिशा ही बिगाड़ दी थी। किसी भी मैच और परिस्थिति में अगर 200 रनों की साझेदारी होती है तो फिर जीतआसान हो ही जाती है, मुंबई में भी इस जोड़ी ने कुछ ऐसा ही करते हुए सीरीज़ में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है।
3 मैचों की सीरीज़ का अगला मुक़ाबला मुंबई से 150 किलोमीटर दूर पुणे में होगा, जहां भारत के लिए सीरीज़ में बने रहने के लिए जीत बेहद ज़रूरी है तो कीवियों की नज़र होगी पुणे में भी जीत के साथ एक और इतिहास रचने पर।