अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी वो नाम है जो आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है। भारत के सबसे सफल कप्तान रह चुके माही के बारे में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले पूर्व भारतीय कप्तान सचिन तेंदुलकर ने एक खुलासा किया है। तेंदुलकर ने कहा कि उन्होंने धोनी के साथ फील्डिंग करते समय नेतृत्व करने की क्षमता को पहचाना। गौरव कपूर के चैट शॉ में बातचीत करते हुए तेंदुलकर ने कहा कि मैं फील्डिंग की चर्चा धोनी से करता था और वहां से मुझे उनके नेतृत्व करने की क्षमता के बारे में पता चला। उन्होंने आगे कहा कि वे सलाह लेने में भी पीछे नहीं रहते। तेंदुलकर ने यह भी कहा कि वे स्लिप में फील्डिंग के दौरान उनसे बात करते थे। उल्लेखनीय है कि सचिन के बाद भारतीय टीम के कप्तान सुरन गांगुली बने थे और उनके बाद राहुल द्रविड़ की कप्तानी में धोनी ने अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था। 2008 में टीम का कप्तान बनने के बाद धोनी और तेंदुलकर का साथ 5 वर्ष तक रहा था, उस दौरान टीम इंडिया ने 2011 विश्वकप भी अपने नाम किया था। गौरतलब है कि धोनी की कप्तानी के गुणों की तारीफ सिर्फ सचिन ही नहीं बल्कि हर एक व्यक्ति ने की है। आईपीएल में भी उन्होंने शानदार कप्तानी के बल पर टीम को अंतिम चार में जगह दिलाई है। बल्लेबाजी में पिछले दिनों आलोचना का शिकार रहे माही ने उन्हें भी आईपीएल में धमाकेदार पारियां खेल चुप कराया है। चेन्नई सुपरकिंग्स टीम धोनी के बिना अधूरी ही लगती है और यह बात 2 साल बाद आईपीएल में वापसी करने के बाद साबित भी हुई है। कैप्टन कूल के नाम से दर्शक मैदान पर मैचों के दौरान उपस्थित रहते हैं औए उनके बल्लेबाजी पर जाने के दौरान स्टेडियम में धोनी-धोनी की गूंज सुनाई देती है यही दर्शाता है कि वे एक बहुत बड़े खिलाड़ी हैं।