आईपीएल के इस साल होने वाले सीजन में कोरोना वायरस ने खलल डाला और बीसीसीआई सहित तमाम क्रिकेट पंडितों को सोचने पर मजबूर कर दिया। हालांकि अभी भी कयास लगाए जा रहे हैं कि आईपीएल भारत में आयोजित कराया जा सकता है। भारत में तेजी से बढ़ रहे कोरोना केसों को देखें तो टूर्नामेंट होने में परेशानी आ सकती है। भारत के प्रमुख शहरों में कोरोना केसों की वजह से टूर्नामेंट में बाधाएं आती जा रही है। बीसीसीआई ने उम्मीदें नहीं छोड़ी हैं।
भारत से बाहर आईपीएल आयोजन की बातें भी सामने आई है लेकिन उसके लिए कोरोना वायरस के संक्रमण को भी देखना जरूरी होगा। हालांकि श्रीलंका में सबसे कम कोरोना वायरस के केस इस वक्त हैं। 200 से भी कम केस श्रीलंका में हैं। आईपीएल के आयोजन के लिए श्रीलंका पहली पसंद हो सकता है। वहां के तीन मैदान आईपीएल के लिए काफी होंगे। इसके अलावा दूरी भी ज्यादा नहीं होने से खिलाड़ियों को यात्रा सम्बन्धी समस्या का सामना भी नहीं करना पड़ेगा। दो महीने के टूर्नामेंट को थोड़ा छोटा भी करें, तो एक बेहतरीन प्रतियोगिता देखी जा सकती है।
यह भी पढ़ें:अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अंतिम गेंद पर छक्के से जीत दिलाने वाले बल्लेबाज
आईपीएल के लिए बीसीसीआई तलाश रही विंडो
श्रीलंका के अलावा यूएई में भी आईपीएल की राह तलाशी जा सकती है। यूएई में ग्यारह हजार सक्रिय कोरोना केस हैं। बंद दरवाजों में आईपीएल के लिए शारजाह, अबुधाबी और दुबई के तीन मैदानों को चुना जा सकता है। बीसीसीआई के सामने सबसे बड़ी चुनौती समय की है। कैरेबियाई प्रीमियर लीग और वर्ल्ड कप की वजह से स्लॉट भरा हुआ है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड भी पीएसएल के बचे हुए मैचों का आयोजन कराना चाहता है। ऐसे में आईपीएल के लिए राह आसान नहीं दिख रही।
भारत के अलावा विदेश में आईपीएल के लिए बीसीसीआई को श्रीलंका को ही पहले विकल्प की तरह लेना चाहिए। यूएई में केस श्रीलंका से ज्यादा है इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से समस्या आ सकती है। फ़िलहाल बीसीसीआई चारों तरफ नजरें बनाए हुए है और जल्दी ही हालात ठीक होने की राह देख रही है। मेरी नजर में एक महीने या पच्चीस दिन का छोटा आईपीएल कराने से भी रेवेन्यू से जुड़ी हुई समस्याओं से निजात मिलेगी।