#3 105 बनाम वेस्टइंडीज़, जयपुर, 1994
जयपुर में वेस्टइंडीज के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज़ के पांचवें और अंतिम एकदिवसीय मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और सचिन तेंदुलकर ने 4-1 की सीरीज जीत के लिए भारत की तरफ से एक बार फिर मैच जीताऊ पारी खेली। कैमरन कफी और एंडरसन कमिंस के गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ सचिन ने 134 गेंदों में 105 रनों की पारी में 10 चौके लगाए। ऐसा कहा जा सकता है कि शायद यह उनके बल्ले से निकली कोई बहुत आक्रामक पारी नहीं थी क्योंकि वास्तव में उन्होंने पूरे पारी के दौरान एक भी छक्का नहीं जड़ा। तेंदुलकर ने अजय जडेजा के साथ पहले विकेट के लिए 95 रनों की साझेदारी की और उसके बाद अपने खास दोस्त विनोद कांबली के साथ 117 रन जोड़कर भारत ने 50 ओवर में 259 रन बनाए। यह सचिन के करियर की तीसरी व साल का भी तीसरा एकदिवसीय शतक था, जिसमें पता चला कि केवल 21 वर्ष की आयु में वह सीमित-ओवर बल्लेबाज के रूप में परिपक्व हो चुके थे।