#44 138 बनाम श्रीलंका (कोलंबो- सितंबर 2009)
साल 2008 और 2009 में भारतीय क्रिकेट टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 द्विपक्षीय सीरीज को अपने नाम किया था। इसके बाद भारतीय टीम श्रीलंका गई, जहां उसे न्यूजीलैंड और श्रीलंका के साथ त्रिकोणीय सीरीज खेलनी थी। इस सीरीज में भारतीय टीम सबकी पसंदीदा टीम थी। ग्रुप मुकाबलों में खेलते हुए भारत 1 मैच जीत चुका था और 1 मैच हार चुका था। आखिरी मुकाबले में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर श्रीलंका के खिलाफ बल्लेबाजी करने का फैसला किया। आखिरी मुकाबले में फिर सचिन तेंदुलकर का जलवा देखने को मिला और सचिन ने शानदार खेल दिखाते हुए अपने अपने एकदिवसीय करियर का 44वां शतक लगा डाला। किसी टूर्नामेंट के फाइनल में लगाया गया ये उनका छठा शतक था। सचिन तेंदुलकर ने इस मैच में 133 गेंदों का सामना करते हुए 138 रन की पारी खेली। इस दौरान सचिन तेंदुलकर ने 10 चौके और 1 छक्का लगाया। इसके अलावा उन्होंने राहुल द्रविड़ (39) के साथ 95 रनों की, महेंद्र सिंह धोनी (56) के साथ 110 रनों की और युवराज सिंह (56) के साथ 71 रनों की साझेदारी को अंजाम दिया। सचिन तेंदुलकर के बदौलत टीम ने 320 रनों का स्कोर बना लिया। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने श्रीलंकाई टीम को 273 रनों पर ही समेट कर रख दिया और कॉम्पेक कप पर अपना कब्जा जमा लिया। अपनी पारी के चलते सचिन तेंदुलकर को मैन ऑफ द मैच भी चुना गया।