मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट में कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इन कीर्तिमानों में एकदिवसीय मैचों में लगाए गए उनके शतक भी शामिल हैं। सचिन तेंदुलकर ने अपने एकदिवसीय करियर में कई अहम पारियां खेली। इन पारियों में सचिन तेंदुलकर ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए शतक भी लगाए। सचिन तेंदुलकर के ही नाम एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड दर्ज है। सचिन तेंदुलकर ने एकदिवसीय क्रिकेट में 49 शतक लगाए हैं। इसके साथ ही उन्होंने एकदिवसीय मैचों में 96 अर्धशतक भी लगाए। अपने एकदिवसीय करियर में सचिन तेंदुलकर ने 463 मैच खेले हैं और 44.83 की औसत और 86.23 की स्ट्राइक रेट से एकदिवसीय मैचों में सबसे ज्यादा 18426 रन स्कोर किए हैं। सचिन तेंदुलकर के करियर के शुरुआती पांच एकदिवसीय शतकों के बारे में पहले ही बात की जा चुकी है। आइए अब जानते हैं सचिन तेंदुलकर के एकदिवसीय मैचों में छठवें शतक से बनाए दसवें शतक के बारे में:
#6- 137 (137) दिल्ली में श्रीलंका के ख़िलाफ़, 1996
साल 1996 में खेले गए विश्व कप में भारत और श्रीलंका की भिड़ंत भी हुई। दिल्ली के फिरोज शाह कोटला के मैदान पर खेले गए इस मुकाबले में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में भारत को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया। श्रीलंका की टीम की ओर से रविंद्र पुश्पकुमारा ने भारत के मनोज प्रभाकर को जल्दी आउट कर अपनी टीम को खुशी को मौका दे दिया था लेकिन श्रीलंका की ये खुशी ज्यादा देर तक नहीं टिकी क्योंकि मैदान पर अब सचिन तेंदुलकर आ चुके थे। इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने सधी हुई बल्लेबाजी करते हुए संजय मांजरेकर और अजहरुद्दीन के साथ साझेदारी निभाई और टीम के स्कोर को आगे बढ़ाया। संभलकर खेलते हुए सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर का छठा शतक भी लगा डाला। इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने 8 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 137 गेंदों में 137 रनों की पारी खेली। इसके साथ ही भारत ने श्रीलंका के सामने 272 रनों का लक्ष्य रखा। 272 रनों के लक्ष्य के जवाब में श्रीलंका की टीम ने भारत पर आसान जीत दर्ज की। भारतीय गेंदबाजी क्रम श्रींलका के आगे बेअसर नजर आया। श्रीलंका की इस जीत में ओपनर सनथ जयसूर्या की 76 गेंदों पर खेली गई 79 रनों की पारी महत्वपूर्ण रही। इस हार के साथ ही सचिन तेंदुलकर का लगाया गया शतक बेकार गया।
#7- 100 (111) सिंगापुर में पाकिस्तान के ख़िलाफ़, 1996
साल 1996 में सिंगापुर में सिंगर कप खेला गया। इसमें सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तानी गेंदबाजों की गेंदबाजी का डटकर सामना किया। इस मैच में भारतीय टीम सिर्फ 226 रन ही बना पाई। इन रनों में सचिन तेंदुलकर के 100 रन भी शामिल हैं। सचिन तेंदुलकर के करियर का ये सातवां शतक था। पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मुकाबले में भारतीय टीम दबाव में नजर आ रही थी। पाकिस्तान के खिलाफ इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने टीम का एक छोर संभाले रखा और रन बटोरते गए। इस मैच में सचिन ने 111 गेंदों में 100 रनों की पारी खेली। हालांकि इस मैच में टीम इंडिया को पाकिस्तान के हाथों हार का सामना करना पड़ा। पाकिस्तान की ओर से सईद अनवर और आमिर सोहैल ने शानदार तरीके से बल्लेबाजी कर पाकिस्तान की जीत सुनिश्चित की। इसके साथ ही सचिन तेंदुलकर का एक और शतक बेकार गया।
#8 - 118 (140) शारजाह में पाकिस्तान के ख़िलाफ़, 1996
अप्रैल 1996 में भारत ने दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के साथ त्रिकोणीय सीरीज खेली। इस सीरीज में भारत ने शारजाह में पाकिस्तान के खिलाफ शानदार मैच खेला। इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने नवजोत सिंह सिद्धू के साथ मिलकर बेहतरीन साझेदारी को अंजाम दिया। पेप्सी शारजाह कप में शुरुआती दो मैचों में हार के बार भारतीय टीम को आगे अपने अभियान को बनाए रखने के लिए एक जीत की दरकार थी। इस जीत की तलाश में भारत का अगले मैच में पाकिस्तान से सामना हुआ। इस मैच में विक्रम राठौर के जल्दी आउट हो जाने के बाद भारतीय टीम को एक मजबूत साझेदारी की दरकार थी। जो कि नवजोत सिंह सिद्धू और सचिन तेंदुलकर ने भारत को दी। दूसरे विकेट के लिए दोनों बल्लेबाजों ने शानदार 231 रनों की साझेदारी निभाई। इस दौरान दोनों ही बल्लेबाजों ने शतक भी लगा दिया। सचिन तेंदुलकर के करियर का ये आठवां शतक था। इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने 140 गेंदों में 118 रनों की पारी खेली। जिसकी बदौलत भारत ने 300 रनों का स्कोर पार करने में सफलता हासिल की। इसके साथ ही भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ये मैच 28 रनों से अपने नाम किया।
#9 - 110 (138) कोलंबो में श्रीलंका के ख़िलाफ़, 1996
साल 1996 में सचिन तेंदुलकर का शतक लगाने का अभियान जारी था। इसी क्रम में उन्होंने श्रीलंकाई टीम को भी नहीं छोड़ा और श्रीलंका के खिलाफ भी शानदार शतक ठोक डाला। साल 1996 में कोलंबो में खेले गए मैच में भारत ने श्रीलंका के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। हालांकि भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही और शुरू में ही अजय जडेजा का बिना खोता खोले ही विकेट गिर गया। इसके बाद तेंदुलकर मैदान पर आए और उनके कंधो पर टीम को संभालने की जिम्मेदारी थी। इस मैच में सचिन तेंदुलकर टीम के कप्तान भी थे। संभलकर खेलते हुए सचिन तेंदुलकर ने इस मैच में अपने एकदिवसीय करियर का नौवां शतक ठोक डाला। इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने 138 गेंदों का सामना किया और 110 रन बनाए। सचिन के अलावा अजहरुद्दीन ने इस मैच में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 58 गेंदों में 99 रनों पारी खेली। इसके साथ ही भारत ने श्रीलंका के सामने 226 रनों का स्कोर खड़ा किया। हालांकि श्रीलंका के सनथ जयसूर्या के सामने भारतीय गेंदबाजी नाकाम साबित हुई। सनथ जयसूर्या श्रीलंका के लिए ताबड़तोड़ रन बरसाए जा रहे थे और अपनी शानदार बल्लेबाजी के दम पर श्रीलंका को जीत दिला दी। इस मैच में भी सचिन तेंदुलकर का शतक भारत को जीत नहीं दिला सका।
#10 - 114 (126) मुंबई में दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ़, 1996
साल 1996 में सचिन तेंदुलकर का शानदार फॉर्म जारी था और उनके बल्ले से लगातार रन बरस रहे थे। अपने होम ग्राउंड मुंबई में साल 1996 में सचिन तेंदुलकर ने एक और शतकीय पारी को अंजाम दिया। इस बार ये शतक सचिन तेंदुलकर ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ लगाया। टीम की कप्तान संभाल रहे सचिन तेंदुलकर इस मैच में पूरे आत्मविश्वास से भरे हुए थे। साउथ अफ्रीका के खिलाफ इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने शानदार बल्लेबाजी की। साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों की जमकर खबर लेते हुए सचिन तेंदुलकर ने इस मैच में मैदान के चारों ओर शॉट खेले। अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी के दम पर सचिन तेंदुलकर ने 126 गेंदों में 114 रनों की पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 14 बाउंड्री भी लगाई, सचिन तेंदुलकर ने इस मैच में अपने एकदिवसीय करियर के 10वें शतक को अंजाम तक पहुंचाया। सचिन तेंदुलकर के शतक की बदौलत टीम इंडिया ने इस मैच में 267 रन बनाए। इसके बाद गेंदबाजी में भारत की ओर से वेंकटेश प्रसाद ने शानदार गेंदबाजी की और 4 विकेट झटकने में योगदान दिया। आखिर में भारत ने इस मैच में 74 रनों से जीत हासिल की। लेखक: राम कुमार अनुवादक: हिमांशु कोठारी