#27वां शतक- 103 अहमदाबाद में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ (2001)
भारतीय क्रिकेट टीम में ऐसे कई मौके आए हैं जब टीम मुश्किल हालात में हो और सचिन तेंदुलकर ने फिर टीम की कमान संभालकर टीम की नैय्या पार लगाई हो। कई ऐसे भी मौके आए हैं जब टीम इंडिया के सारे खिलाड़ी नाकाम साबित हुए हों लेकिन सिर्फ सचिन तेंदुलकर ने वन मैन आर्मी की तरह टीम में भूमिका निभाई हो। ऐसे ही एक मैच में इंग्लैंड के खिलाफ भारत की डूबती नैय्या को सचिन तेंदुलकर का सहारा मिला। साल 2001 में भारत और इंग्लैंड के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेली गई। इंग्लैंड की टीम मोहाली के मैदान पर भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में हार का सामना कर चुकी थी। जिसके बाद अहमदाबाद में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने वापसी की और पहली पारी में इंग्लैंड की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 407 रनों का स्कोर खड़ा दिया। इसके बाद गेंदबाजी में भी इंग्लैंड के गेंदबाजों ने कमाल दिखाया और भारत के 4 विकेट 100 रनों से पहले ही 93 रन पर ही पैवेलियन भेज दिए थे। हालांकि सचिन तेंदुलकर ने मैदान पर वीवीएस लक्ष्मण के साथ मिलकर भारतीय टीम को संभाला और स्कोर बोर्ड को आगे बढ़ाया। संभलकर खेलते हुए सचिन तेंदुलकर ने इस पारी में करीब 4 घंटे मैदान पर बिताए और अपने टेस्ट करियर का 27वां शतक ठोक डाला। हालांकि शतक लगाने के बाद ज्यादा देर तक सचिन तेंदुलकर मैदान पर टिक नहीं पाए और आउट हो गए। इस शतकीय पारी में सचिन तेंदुलकर ने 197 गेंदों में 103 रनों की पारी खेली। इसके साथ ही उन्होंने 12 चौके और 1 छक्का भी लगाया। इनकी इस पारी के बाद भारत 291 रनों पर ऑलआउट हो गया। अगर सचिन तेंदुलकर की ये पारी ऐसे समय में ना आती तो भारतीय टीम की हालत और भी ज्यादा गंभीर हो सकती थी।