#30वां शतक- 193 हेडिंग्ले में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ (2002)

किसी भी खिलाड़ी के लिए क्रिकेट में शतक लगाना काफी मायने रखता है और वहीं जब कोई बल्लेबाज शतकों को लेकर किसी तरह का कोई कीर्तिमान स्थापित करने वाला हो तो उसके मायने कहीं ज्यादा बढ़ जाते हैं। भारतीय टीम की शान सचिन तेंदुलकर शतकों के मामले में इसी कीर्तिमान की तरफ बढ़ चले थे। पहले 10वां, फिर 20वां और अब अपने टेस्ट करियर में सचिन रमेश तेंदुलकर 30वां शतक जड़ने वाले थे। अपने करियर में 30 शतक लगा देना किसी भी खिलाड़ी के लिए गर्व की बात होती है। इंग्लैंड के खिलाफ सचिन तेंदुलकर अपने क्रिकेट करियर का 30वां शतक पूरा करने वाले थे। भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 2002 में इंग्लैंड का दौरा किया। ये दौरा भारतीय टीम के लिए काफी यादगार रहा। इस दौर में भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली। इस सीरीज में भारतीय टीम ने तीसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया और मैच को जीतने में कामयाबी हासिल की। तीसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 46 रनों से हराकर 4 टेस्ट मैचों की सीरीज को 1-1 की बराबरी पर ला दिया। तीसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम के कप्तान सौरव गांगुली ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया की तरफ से संजय बांगड़ और राहुल द्रविड़ ने शानदार बल्लेबाजी की और स्कोर बोर्ड को आगे बढ़ाया। टीम इंडिया के 185 रनों पर 2 विकेट गिरने के बाद सचिन तेंदुलकर मैदान पर आए और टीम की कमान संभाली। इस मैच में खेली गई सचिन तेंदुलकर की पारी बेहतरीन पारियों में शुमार हैं। सचिन तेंदुलकर की ये पारी आज भी याद की जाती है। क्रीज पर आने के बाद सचिन तेंदुलकर ने एक के बाद एक शानदार शॉट खेले। इस मैच में सचिन एक नया कीर्तिमान स्थापित करने वाले थे। अपनी इस पारी से पहले सचिन तेंदुलकर टेस्ट में 29 शतक लगाकर ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज सर डोनाल्ड ब्रैडमैन के 29 शतकों के रिकॉर्ड की बराबरी पहले ही कर चुके थे। इस मैच में सचिन तेंदुलकर ब्रैडमैन के शतकों के रिकॉर्ड को ध्वस्त करने वाले थे। अपनी इस पारी में सचिन तेंदुलकर ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपने टेस्ट करियर का 30वां शतक जड़ दिया। अपने इस शतक के साथ ही सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट क्रिकेट करियर में 30 शतक तो पूरे किए ही, साथ ही उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज सर डोनाल्ड ब्रैडमैन के 29 टेस्ट शतकों के रिकॉर्ड को भी धराशायी कर दिया। अपनी इस पारी के साथ ही सचिन तेंदुलकर अब टेस्ट मैचों में शतकों के मामले में सर डोनाल्ड ब्रैडमैन से आगे निकल चुके थे। हालांकि इस मैच में सचिन तेंदुलकर की पारी सिर्फ शतक लगाने तक ही सीमित नहीं रही। सचिन तेंदुलकर शतक लगाने के बाद शानदार बल्लेबाजी करना जारी रखे हुए थे और दोहरे शतक की तरफ कदम बढ़ाए जा रहे थे लेकिन सचिन तेंदुलकर अपने करियर का एक और दोहरा शतक लगाने से चूक गए और दोहरा शतक पूरा करने से महज 7 रन पहले ही अपना विकेट गंवा बैठे। सचिन तेंदुलकर ने अपनी इस बेहतरीन पारी में 7 घंटों से ज्यादा बल्लेबाजी की और 3 छक्कों के साथ 19 चौके की इस पारी में उन्होंने 193 रन बनाए। सचिन तेंदुलकर की इस शानदार पारी के दम पर ही टीम इंडिया 600+ के स्कोर को अंजाम दे पाया और इंग्लैंड के आगे 8 विकेट के नुकसान पर 628 रन बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी। इस मैच में सचिन तेंदुलकर के अलावा सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने भी शतकीय पारी खेली। सौरव गांगुली ने इस पारी में जहां 128 रन बनाए तो वहीं राहुल द्रविड़ ने इस पारी में 148 रनों का योगदान दिया। 628 रनों के जवाब में इंग्लैंड भारत के सामने टिक नहीं पाया, जिसके चलते भारतीय टीम ने पारी और 46 रन से मैच को अपने नाम कर लिया। लेखक: सोहम समद्दर अनुवादक: हिमांशि कोठारी