# 37 शतक- 122* ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ (2007)

भारत और बांग्लादेश के खिलाफ साल 2007 में दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेली गई। इस सीरीज का पहला टेस्ट मैच बारिश के कारण ड्रॉ हो गया। इस पहले टेस्ट मैच में भी सचिन तेंदुलकर ने शतकीय पारी खेली थी। उनकी फॉर्म बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में भी जारी रही और उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ बैक टू बैक दो टेस्ट मैचों में शतक जड़ दिया। बांग्लादेश के खिलाफ भारत का दूसरा और आखिरी टेस्ट मैच ढाका में खेला गया। बांग्लादेश के खिलाफ खेला गया ये टेस्ट मैच रनों के लिहाज से काफी अहम रहा। इस टेस्ट मैच में भारतीय बल्लेबाजी क्रम के टॉप चार बल्लेबाजों ने बल्लेबाजी करते हुए शतकीय पारी को अंजाम दिया। टॉप चार बल्लेबाजों की शतकीय पारी से बांग्लादेश भी पूरी तरह से दबाव में आ चुका था। टॉप चार बल्लेबाजों के शतक लगाने के कारण भारतीय टीम अपनी पारी में 600+ का स्कोर लगाने में कामयाब रही और भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ 3 विकेट के नुकसान पर 610 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। टॉप चार बल्लेबाजों में सचिन तेंदुलकर भी शामिल थे। सचिन तेंदुलकर ने इस मैच में शतक लगाते हुए अपने टेस्ट करियर का 37वां शतक पूरा किया। सचिन तेंदुलकर ने इस पारी में शानदार तरीके से बल्लेबाजी की और 122 रनों की पारी को अंजाम दिया। सचिन तेंदुलकर ने इस मैच में कई बेहतरीन शॉट लगाए। इस टेस्ट शतक के साथ ही सचिन तेंदुलकर ने एक ही सीरीज में लगातार दो बार शतक लगा डाले। इस मैच में भारत का स्कोर 1 विकेट के नुकसान पर 408 रन था, जिसके बाद सचिन तेंदुलकर मैदान पर बल्लेबाजी करने आए। भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज वसीम जफर 138 रन बनाकर रिटायर्ड इल हो चुके थे। इसके बाद सचिन तेंदुलकर ने बल्लेबाजी करते हुए 226 गेंदों का सामना किया और 226 रन ठोक डाले। इस मैच में सचिन तेंदुलकर अपनी शानदार फॉर्म में नजर आ रहे थे। 610 रनों पर पारी घोषित करने के बाद भारतीय टीम को बांग्लादेश के खिलाफ दोबार बल्लेबाजी के करने के लिए नहीं आना पड़ा। भारत ने इस मैच में शानदार गेंदबाजी करते हुए बांग्लादेश को पारी और 239 रनों के हरा दिया। इस मैच में जीत दर्ज करने के साथ ही भारत ने दो टेस्ट मैचों की सीरीज भी 1-0 से अपने नाम कर ली।