विश्व कप 2011 के फाइनल मुकाबले में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 274 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया था। जवाब में भारत को बिना खाता खोले ही वीरेंदर सहवाग के रूप में पहला और फिर 31 रनों के स्कोर पर सचिन तेंदुलकर के रूप में दूसरा झटका भी लग गया। भारतीय टीम बैकफुट पर आ गई थी और टीम की हालात गंभीर थी लेकिन इसके बाद गौतम गंभीर ने काफी सधी हुई बल्लेबाजी कर टीम को संभाला और स्कोर बोर्ड आगे बढ़ाया। इस मुकाबले में गंभीर शतक तो नहीं बना पाए लेकिन उन्होंने 122 गेंदों में 9 चौके लगाकर 97 रन बनाए और अपनी भूमिका बखूबी अदा की। भारत ने इस मुकाबले को आखिर में 6 विकेट से जीतकर विश्व कप खिताब को अपने नाम किया।