एक जून से शुरू होने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम का चयन आने वाले दिनों में होने वाला है। सूत्रों के मुताबिक भारत के लिए आशीष नेहरा 6 साल बाद वनडे टीम में वापसी कर सकते हैं। भारत के लिए पिछले कुछ सालों से वनडे में सफल रहे गेंदबाज मोहम्मद शमी भी उनके साथ इस लाइन में खड़े हुए हैं। भारत के लिए जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव और भुवनेश्वर कुमार का तेज गेंदबाजी में चयन लगभग पक्का है और उनका साथ ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या भी देते नजर आएँगे। अगर चयनकर्ता ज्यादा भरोसा अनुभव पर दिखाते हैं, तो कप्तान विराट कोहली भी चाहेंगे कि वह टीम को ज्यादा अनुभव के साथ आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में ले जाएं। युवा तेज गेंदबाजों को अनुभव से सीखने को ज्यादा मिले जिससे उनको ख़िताब बचाने में मदद मिलेगी। लेकिन सवाल अभी भी वही बना हुआ है कि शमी और नेहरा में से किस के ऊपर चयनकर्ताओं की मुहर लगेगी? आशीष नेहरा ने अपना आखिरी वनडे मुकाबला 2011 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। शानदार गेंदबाजी के जरिए उन्होंने भारत को फाइनल का रास्ता दिखाया जहां से भारत ने 28 साल बाद वर्ल्ड कप अपने नाम किया। लगातार चोटिल होने के कारण नेहरा टीम से बाहर बने रहे और लगभग 5 साल बाद नेहरा ने 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में अपनी वापसी की थी। दूसरी तरफ अपनी फिटनेस को लेकर टीम से कभी अन्दर तो कभी बाहर शमी को होना पड़ा। मोहम्मद शमी 2015 वर्ल्ड कप के दौरान भारत के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज थे। उनके लगातार चोटिल होने के कारण वह टीम में लम्बे समय के लिए वापसी नहीं कर पाए हैं। फिलहाल मोहम्मद शमी ने अपनी फिटनेस में सुधर किया है और वह कई महीनो से घरेलू स्तर पर क्रिकेट खेल रहे हैं। अगर नेहरा वनडे टीम में वापसी करते हैं तो वह भारत के लिए शानदार माना जायेगा। एक सवाल है जो उनकी फिटनेस की तरफ जाता है। टी20 में नेहरा काबिले तारीफ़ हैं लेकिन वनडे मैचों के लिए वह कितने फिट रहते हैं, इसका जवाब नेहरा के अलावा कोई नहीं दे पायेगा। दूसरी तरफ शमी लगातार घरेलू स्तर पर वनडे क्रिकेट खेलते रहते हैं और उनको टीम में लेना सही साबित हो सकता है। चयनकर्ताओं के लिए नेहरा और शमी में से किसी एक को टीम में लेना किसी चुनौती से कम नहीं हैं क्योंकि दोनों के पास तेज़ी के साथ अनुभव हैं। दोनों गेंदबाजों ने भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया है। सूत्रों के मुताबिक नेहरा टीम में वापसी कर सकते हैं लेकिन फिटनेस और आजकल के वनडे क्रिकेट को देखते हुए मोहम्मद शमी को टीम में शामिल किया जाना चाहिए।